________________ भगवई स. 3 उ. 4 503 गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ 2 त्ता एवं वयासी-कम्हा णं भंते ! लवणसमुद्दे चाउद्दसट्ठमुद्दिठ्ठपुण्णमासिणीसु अइरेयं वड्डइ वा हायइ वा ? जहा जीवाभिगमे लवणसमुद्दवत्तब्वया यज्वा जाव लोयट्ठिई, लोयाणुभावे / सेवं भंते ! 2 ति जाव विहरइ / किरिया समत्ता // 154 // तइयं सयं चउत्थो उद्देसो अणगारे णं भंते ! भावियप्पा देवं वेउब्वियसमुग्घाएणं. समोहयं जाणरूदेणं जायमाणं जाणइ पासइ ? गोयमा ! अत्थेगइए देवं पासइ णो जाणं पासइ 1 अत्थेगइए जाणं पासई णो देवं पासइ 2 अत्थेगइए. देवपि पासइ जाणंपि पासइ 3 अत्थेगइए णो देवं पासइ णो जाणं पासइ 4 / अणगारे गंभंते ! भावियप्पा देवि वेउब्वियसमग्घाएणं समोहयं जाणरूवेणं जायमाणं जाणइ पासइ ? गोयमा ! एवं चेव / अणगारे णं भंते ! भावियप्पा देवं सदेवीयं वेउब्वियसमुग्घाएणं समोहयं जाणरूवेणं जायमाणं जाणइ पासइ ? गोयमा ! अत्थेगइए देवं सदेवीयं पासइ णो जाणं पासइ, एएणं अभिलावेणं चत्तारि भंगा। अणगारे णं भंते ! भावियप्पा रुक्खस्स कि अंतो पासइ बाहिं पासइ ? चउभंगो / एवं कि मलं पासइ कंदं पा०? चउभंगो। मलं पा० खंधं पा० ? चउभंगो। एवं मलेणं बीजं संजोएयव्वं / एवं कंदेणवि समं संजोए. यध्वं जाव बीयं, एवं जाव पुप्फेण समं बीयं संजोएयत्वं / अणगारे णं भंते ! भावियप्पा रुक्खस्स कि फलं पा० बीयं पा० ? चउभंगो // 155 // पण भंते ! वाउकाए एगं महं इत्थिरूवं वा पुरिसरूवं वा हत्थिरूवं वा जाणरूवं वा एवं जुग्गगिल्लिथिल्लिसीयसंदमाणियरूवं वा विउवित्तए ? गोयमा ! णो हणठे समठे, वाउक्काए णं विकुव्वमाणे एगं महं पडागासंठियं रूवं विकुम्वइ / पभू णं भंते ! वाउकाए एगं महं पडागासंठियं रूवं विउवित्ता अणेगाई जोय. गाई गमित्तए ? हंता ! पभू / से भंते ! कि आयड्ढीए गच्छइ परिड्डीए गच्छइ ? गोयमा ! आयड्ढीए ग० णो परिड्ढीए ग० / जहा आयड्ढीए एवं आयकम्मणावि आयप्पओगेणवि भाणियव्वं / से भंते ! किं ऊसिओदयं गच्छइ पयोदयं ग० ? गोयमा ! ऊसिओदयंपि ग० पयोदयंपि ग० / से भंते ! कि एगओपडागं गच्छइ दुहओपडागं गच्छइ ? गोयमा ! एगओपडागं गच्छइ णो दुहओपडागं गच्छइ / से गं भंते ! कि वाउकाए पडागा ? गोयमा / वाउकाए