________________ 412 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि धायईरुक्खे / साले य वड्डमाणस्स चेइयरुक्खा जिणवराणं // 35 // बत्तीसं धणुयाई चेइयरुक्खो य वद्धमाणस्स / णिचोउगो असोगो ओच्छण्णो सालरुक्खेणं // 36 // तिण्णे व गाउआइं चेयरुक्खो जिणस्स उसभस्स / सेसाणं पुण रुक्खा सरीरओ बारसगुणा उ / / 37 // सच्छत्ता सपडागा सवेइया तोरणेहिं उववेया। सुरअसुरगरुलमहिया चेइयरुक्खा जिणवराणं / / 38 // 172 / / एएसिं चउवीसाए तित्थयराणं चउव्वीसं पढमसीसा होत्था, तं जहा-पढमेत्थ उसभसेणे बीइए पुण होइ सीहसेणे य / चारू य वज्जणाभे चमरे तह सुव्वय विदब्भे // 39 // दिण्णे य वराहे पुण आणंदे गोथुमे सुहम्मे य / मंदर जसे अरिढे चक्काह सयंभु कंभे य // 40 / / इंदे कुंभे य सुभे वरदत्ते दिण्ण इंदभूई य / उदितोदितकुलवंसा विसुद्धवंसा गुणेहि उववेया / तित्थप्पवत्तयाणं पढमा सिस्सा जिणवराणं / / 41 / / 173 / / एएसि णं चउवीसाए तित्थयराणं चउवीसं पढमसिस्सिणी होत्था, तं जहा-बंभी य फग्गु सामा अजिया कासवी रई सोमा। सुमणा वारुणि सुलसा धारणि धरणि य धरणिधरा // 42 / / पउमा सिवा सुयी तह अंजुया भावियप्पा य रक्खी य / बंधुवई पुप्फबई अजा अमिला य अहिया य // 43 // जक्खिणी पुप्फचूला य चंदणऽज्जा य आहियाउ / उदितोदितकुलवंसा विसुद्धवंसा गुणेहि उववेया। तित्थप्पवत्तयाणं पढमा सिस्सी जिणवराणं // 44 // 174 // जंबुद्दीवे णं दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए बारह चकवट्टिपियरो होत्था, तं जहा-उसमे सुमित्ते विजए समुद्दविजए य आससेणे य / विस्ससेणे य सूरे सुदंसणे कत्तवीरिए चैव // 45 / / पउमुत्तरे महाहरी विजए राया तहेव य / बंभे बारसमे उत्ते पिउ. णामा चकवट्टीणं // 46 // 175 // जंबुद्दीवे णं दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए बारस चक्कवहिमायरो होत्था, तं जहा-सुमंगला जसवई भद्दा सहदेवी अइरा सिरिदेवी / तारा जाला ( जाला तारा) मेरा वप्पा चुल्लणि अपच्छिमा // 176 / / जंबुद्दीवे णं दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए बारस चक्कवट्टी होत्था, तं जहा-भरहो सगरो मघवं [सणंकुमारो य रायसद्लो / संती कुंथू य अरो हवइ सुभूमो य कोरव्वो // 47 // णवमो य महापउमो हरिसेणो चेव रायसद्लो / जयणामो य णरवई, बारसमो बंभदत्तो य // 48 // ] एए सिं बारसण्हं चक्कवट्टीणं बारस इत्थिरयणा होत्था, तं जहा-पढमा होइ सुभद्दा भद्द सुणंदा जया य विजया य / किण्हसिरी सूरसिरी पउमसिरी वसुंधरा देवी // 49 / / लच्छि. मई कुरुमई इत्थिरयणाण णामाई // 177 / / जंबुद्दीवे णं दीवे भारहे वासे इमीसे