________________ 410 अंग-पविटु सुत्ताणि य, महाघोसे य सत्तमे // 1 // जंबुद्दीवे णं दीवे भारहे वासे तीयाए ओसप्पिणीए दस कुलगरा होत्था, तं०-सयंजले सयाऊ य, अजियसेणे अणंतसेणे य। कजसेणे भीमसेणे, महाभीमसेणे य सत्तमें // 2 // दढरहे दसरहे सयरहे // जंबुद्दीवे णं दीवे भार हे वासे इमीसे ओसप्पिणीए समाए सत्त कुलगरा होत्था, तं०पढमेत्थ विमलवाहण [चक्खुम जसमं चउत्थमभिचंदे / तत्तो य पसेणईए मरुदेवे चेव णाभी य॥३॥] एएसि णं सत्तण्हं कुलगराणं सत्त भारिया होत्या, तं०चंदजसा चंदकंता [सुरूव पडिरूव चक्खुकंता य / सिरिकंता मरुदेकी कुलगरपत्तीण णामाई // 4 // ] 167 // जंबुद्दीवे णं दीवे भारहे वासे इमीसे णं ओसष्षिणीए चउवीसं तित्थयराणं पियरो होत्था, तं०-णाभी य जियसत्तू य [जियारी संवरे इय / मेहे धरे पइढे य महसेणे य खत्तिए // 5 / / सुग्गीवे दढरहे विण्हू वसुपुते य खत्तिए / कयवम्मा सीहसेणे भाणू विस्ससेणे इय॥६॥ सूरे सुदंसणे कुंभे, सुमित्तविजए समुद्दविजए य / राया य आससेणे य. सिद्धत्थेच्चिय खत्तिए // 7 // ] उदितोदियकुलवंसा विसुद्धवंसा गुणेहि उववेया / तित्थप्पवत्तयाणं एए पियरो जिणवराणं // 8 // जंबुद्दीवे णं दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए चउ. वीसं तित्थयराणं मायरो होत्था, तं०-मरुदेवी विजया सेणा [ सिद्धत्था मंगला सुसीमा य / पुहवी लक्खणा रामा गंदा विण्हू जया सामा // 9 // सुजसा सुव्वय अइरा सिरिया देवी पभावई पउमा। वप्पा सिवा य वामा तिसला देवी य जिण. माया // 10 // ] 168 // जंबुद्दीवे णं दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए चउ. वीसं तित्थयरा होत्था, तं०-उसभ अजिय संभव अभिणंदण सुमइ पउमप्पह सुपास चंदप्पह सुविहि-पुप्फदंत सीयल सिजंस वासुपुज्ज विमल अणंत धम्म संति कुंथु अर मल्लि मुणिसुव्वय णमि णेमि पास वड्डमाणो य // 169 // एए सिं चउवी. साए तित्थयराणं चउव्वीसं पुत्वभवया णामधेया होत्था, तं०-पढमेत्थ वइरणाभे विमले तह विमलवाहणे चेव / तत्तो य धम्मसीहे सुमित्त तह धम्ममित्ते य / / 11 // सुंदरबाह तह दीहबाहू जुगबाह य लट्ठबाह य / दिण्णे य इंददत्ते सुंदर माहिंदरे चेव / / 12 / / सीहरहे मेहरहे रुप्पी य सुदंसणे य बोद्धव्वे / तत्तो य गंदणे खलु सीह गिरी चेव वीसइमे // 13 // अदीणसत्तु संखे सुदंसणे णंद्रणे य बोद्वब्वे / ओसप्पिणीए एए तित्थयराणं तु पुष्वभवा / / 14 / / 170 // एए सि णं चउव्वीसाए तित्थयराणं चउव्वीसं सीयाओ होत्था, तं जहा-सीथा सुदंसणा सुप्पभा य सिद्धत्थ सुप्पसिद्धा य / विजया य वेजयंती जयंती अपराजिया चेव // 15 //