________________ 394 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि परित्ता तसा, अणंता थावरा, सासया कडा णिबद्धा णिकाइया जिणपण्णत्ता भावा आघविनंति पण्णविजंति परूविज्जति दंसिज्जति णिदंसि जति उवदं सिज्जंति / से एवं आया एवं णाया एवं विण्णाया। एवं चरणकरणवरूवणया आघविज्जति पण्णविनंति परूविजंति दंसिर्जति गिदंसिर्जति उवदंसिर्जति / से तं आयारे // 136 / / से किं तं सूयगडे ? सूयगडे णं ससमया सूइज्जति,परसमया सूइज्जति, ससमयपरसमया सूड जंति, जीवा सूइज्जति, अजीवा सूइज्जति, जीवाजीवा सूइज्जति, लोगो सूइ जति,अलोगो सूइज्जति, लोगालोगो सूइज्जति / सूयगडे णं जीवाजीवपुणपावासवसंवरणिज्जरण. बंधमोक्खावसाणा पयत्था सूइज्जति / समणाणं अचिरकालपव्वइयाणं कुसमयमोहमोहमइमोहियाणं संदेह जायसहजबुद्धिपरिणामसंसइयाणं पावकरमलिणमइगुणविसोहणत्थं असीयस्स किरियावाइयस यस्स चउरासीए अकिरियवाईणं सत्तट्ठीए अण्णाणियवाईणं वत्तीसाए वेणइयवाईणं तिण्हं तेवट्ठीणं अण्ण दिट्ठियसयाणं वूहं किच्चा ससमए ठाविजइ णाणा दिटुंतवयणणिस्सारं सुट्ठ दरिसयंता विविह वित्थराणुगमपरमसब्भावगुणवि सिट्ठा मोक्खपहोयारगा उदारा अण्णाणतमंधकारदुग्गेसु दीवभूया सोवाणा चेव सिद्धिसुगइगिहुत्तमस्स णिक्खोभणिप्पकंपा सुत्तत्था। सुयगडस्स णं परित्ता वायणा संखेज्जा अणुओगदारा संखेजाओ पडिवत्तीओ संखेज्जा वेढा संखेज्जा सिलोगा संखेजाओ णिज्जुत्तीओ। से णं अंगठ्याए दोचे अंगे दो सुयक्खंधा तेवीसं अज्झयणा तेत्तीसं उद्देसणकाला तेत्तीसं समुद्देसणकाला छत्तीसं पयसहस्साइं पयग्गेणं पण्णत्ताई, संखेज्जा अक्खरा अणंता गमा अणंता पजवा परित्ता तसा अणंता थावरा सासया कडा णिबद्धा णिकाइया जिणपण्णत्ता भावा आघविज्जति पण्णविजंति परूविजंति दंसिजति जिंदसिज्जति उवदंसिज्जति / से एवं आया एवं णाया एवं विण्णाया एवं चरणकरणपरूवणया आधविजंति पण्णविजंति परूविनंति दंसिर्जति णिदंसिज्जति उवदं सिज्जति / से त्तं सूयगडे // 137 / / से किं तं ठाणे ? ठाणे णं ससमया ठाविजंति, परसमया ठाविजंति, ससमयपरसमया ठाविज्जति, जीवा ठाविजंति, अजीवा ठाविजंति, जीवाजीवा ठाविजंति, लोगा ठाविनंति अलोगा ठाविजंति, लोगालोगा ठाविति, ठाणेणं दव्वगुणखेत्तकालपज्जवपयत्थाणं-सेला सलिला य समुद्दा, सूरभवणविमाणआगरणईओ। णिहिओ पुरिसज्जाया, सरा य गोत्ता य जोइसंचाला // 1 // एक्कविहवत्तव्वयं दुविह जाव दसविहवत्तव्वयं जीवाण