________________ समवाओ स० 30 371 पकुवइ // 7 // धंसेइ जो अभूएणं, अकम्मं अत्तकम्मुणा / अदुवा तुम कासित्ति, महामोहं पकुवई // 8 // जाणमाणो परिसओ, सच्चामोसाणि भासइ / अक्खीणझंझे पुरिसे, महामोहं पकुवइ // 9 // अणायगस्स णयवं, दारे तस्सेव धंसिया। विउलं विक्षोभइत्ता णं, किच्चा णं पडिबाहिरं // 10 // उवगसंत पि झंपित्ता, पडिलोमाहिं वग्गुहिं / भोगभोगे वियारेई, महामोहं पकुवइ // 11 // अकुमारभूए जे केई, कुमारभूए त्ति हं वए / इत्थीहिं गिद्धे वसए, महामोहं पकुवइ / / 12 / / अंबंभयारी जे केई, बंभयारी त्ति हं वए / गद्दहेन्च गवां मज्झे, विस्सरं गयई गदं // 13 // अप्पणो अहिए बाले, मायामोसं बहुं भसे / इत्थीविसयगेहीए, महामोहं पकुम्बइ // 14 // जं णिस्सिए उन्बहइ, जससाहिगमेण वा। तस्स लुब्भइ वित्तम्मि, महामोहं पकुवइ // 15 / / ईसरेण अदुवा गामेणं, अणिसरे ईसरीकए / तस्स संपयहीणस्स, सिरी अतुलमागया // 16 // ईसादोसेण आइटे, कलुसाविल. चेयसे / जे अंतरायं चेएइ, महामोहं पकुवइ // 17 // सप्पी जहा अंडउडं, भत्तारं जो विहिंसइ / सेणावई पसत्यारं, महामोहं पकुव्वइ / / 18 // जे णायगं च रहस्स, णेयारं णिगमस्स वा। सेटिं बहुरवं हंता, महामोहं पकुम्बइ / / 19 / / बहुजणस्स णेयारं, दीवं ताणं च पाणिणं / एयारिस गरं हता, महामोहं पकुवइ // 20 // उवढियं, पडिविरयं, संजयं सुतवस्सियं / वुक्कम्म धम्माओ भंसेइ, महा. मोहं पकुवइ // 21 // तहेवाणतणाणीणं, जिणाणं वरदं सिणं / तेसिं अवण्णवं बाले, महामोहं पकुवइ / / 22 // णेयाइअस्स मग्गस्स, दुढे अवयरई बहुं / तं तिप्प. यंतो भावेइ, महामोहं पकुवइ / / 23 / आयरियउवज्झाए हिं, सुयं विणयं च गाहिए / ते चेव खिंसई बाले, महामोहं पकुब्वइ // 24 // आयरियउवज्झायाणं, सम्मं णो पड़ितप्पइ / अप्पडिपूयए थद्धे, महामोहं पकुम्बइ / / 25 / / अबहुस्सुए य जे. केई, सुएणं पविकत्थई / सज्झायवायं वयइ, महामोहं पकुव्वइ // 26 // अतवस्सीए य जे केई, तवेण पविकत्थइ / सव्वलोयपरे तेणे, महामोहं पकुवइ // 27 / साहारणट्ठा जे केई, गिलाणम्मि उवढिए / पभू ण कुणई किचं, मज्झं पि से ण कुव्वइ // 28 // सढे णियडीपण्णाणे, कलुसाउलचेयसे / अप्पणो य अबोहीय, महामोहं पकुव्वइ // 29 // जे कहाहिगरणाई, संपउंजे पुणो पुणो। सव्वतित्थाण भेयाणं, महामोहं पकुव्वइ ॥३०॥जे य आहम्मिए जोए, संपउंजे पुणो