________________ ठाणं ठा. 6 295 एवं धायइसंडदीवपुरस्थिमद्धे चत्तारि आलावगा जाव पुक्खरवरदीवड्डपञ्चत्थिमद्धे चत्तारि आलावगा / / 28 / / छविहे संघयणे प० त० वइरोसभणारायसंघयणे, उसभणारायसंघयणे, णारायसंघयणे, अद्धणारायसंघयणे, खीलियासंघयणे, छेवट्ठसंघयणे // 29 / / छविहे संठाणे प० त० समचउरंसे, णग्गोहपरिमंडले, साई, खुजे, वामणे, हुंडे / / 30 / / छट्ठाणा अणत्तवओ अहियाए असुभाए जाव अणाणुगामियत्ताए भवंति, तं० परियाए परियाले सुए तवे लाभे पूयासक्कारे।।३१॥छट्ठाणा अत्तवत्तो हियाए जाव आणुगामियत्ताए भवंति तं० परियाए जाव पूयासक्कारे // 32 // छव्विहा जाइआरिया मणुस्सा प० तं० अंबट्ठा य कलंदा य वेदेहा वेदिगाइया; हरिया चुंचुणा चेव छप्पेया इन्भजाइओ // 33 // छव्विहा कुलारिया मणुस्सा प० तं० उग्गा भोगा राइण्णा इक्खागा णाया कोरवा // 34 // छव्विहा लोगढ़िई प०तं. आगासपइट्ठिए वाए वायपइट्टिए उदही उदहिपइट्ठिया पुढवी पुढ. विपइट्ठिया तसा थावरा पाणा अजीवा जीवपइठिया जीवा कम्मपइट्ठिया / / 35 / / छद्दिसाओ प० तं० पाईणा पडीणा दाहिणा उईणा उड्डा अहा / / 36 // छहिं दिसाहिं जीवाणं गई पवत्तइ तं० पाईणाए जाव अहाए एवमागई वकंती आहारे वुड्डी णिवुड्डी विगुवणा गइपरियाए समुग्घाए कालसंजोगे दंसणाभिगमे णाणाभिगमे जीवाभिगमे अजीवाभिगमे एवं पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणवि मणुस्साणवि // 37 // छहिं ठाणेहिं समणे णिग्गंथे आहारमाहारेमाणे णाइक्कमइ तं० वेयणवेयावच्चे ईरियट्ठाए य संजमट्ठाए, तह पाणवत्तियाए छठें पुण धम्मचिंताए / छहिं ठाणेहिं समणे णिग्गंथे आहारं वोच्छिदमाणे णाइक्कमइ तं० आयके उवसग्गे तितिपावणे बंभचेरगुत्तीए पाणिदया तवहेडं सरीरवुच्छेयणट्ठाए // 38 // छहिं ठाणेहिं आया उम्मायं पाउणेजा तं० अरहंताणमवणं वयमाणे, अरहंतपण्णत्तस्स धम्मस्स अवण्णं वयमाणे, आयरियउवज्झायाणमवण्णं वयमाणे, चाउव्वण्णस्स संघस्स अवण्णं वयमाणे, जक्खावेसेण चेव मोहणिज्जस्स चेव कम्मस्स उदएणं / / 39 / / छविहे पमाए प० तं. मज्जपमाए णिद्दपमाए, विसयमाए, कसायपमाए, जूयपमाए, पडिलेहणापमाए / / 40 / / छव्विहा पमायपडिलेहणा प० त० . आरभडा संमद्दा, वजेयवा य मोसली तइया, पप्फोडणा चउत्थी विक्खित्ता - वेइया छटी (1) छन्विहा अप्पमायपडिलेहणा प० त० अणच्चावियं अवलियं,