________________ 262 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि चत्तारि पुरिसजाया प० तं० रूवसंपण्णे णाममेगे णो सीलसंपण्णे 4 ।।१०४॥चत्तारि पुरिसजाया प० त० जाइसंपण्णे णाममेगे णो कुलसंपण्णे, कुलसंपणे णाममेगे णो जाइसंपण्णे 4 / चत्तारि पुरिसजाया प० तं० जाइसंपण्णे णाममेगे जो बलसंपण्णे बलसंपण्णे णाममेगे णो जाइसंपण्णे 4, एवं जाईए रूवेण य चत्तारि आलावगा, एवं जाईए सुएण य 4, एवं जाईए सीलेण 4 एवं जाईए चरित्तेण 4 / एवं कुलेण बलेण 4, कुलेण रूवेण 4, कुलेण सुएण 4, कुलेण सीलेण 4, कुलेण चरित्तेण 4 / चत्तारि पुरिसजाया प० तं• बलसंपण्णे णाममेगे णो रूवसंपण्णे 4, एवं बलेण सुएण 4, एवं बलेण सीलेण 4, एवं बलेण चरित्तेण 4 / चत्तारि पुरिसजाया प० तं० रूवसंपण्णे णांममेगे णो सुयसंपण्णे 4, एवं रूवेण सीलेण 4, रूवेण चरित्तेण 4 / चत्तारि पुरिसजाया प० तं० सुयसंपण्णे णाममेगे णो सील. संपण्णे 4, एवं सुएण चरित्तेण य 4 / चत्तारि पुरिसजाया प० तं० सीलसंपण्णे णाममेगे णो चरित्तसंपण्णे 4 / एए इक्कवीसं भंगा भाणियव्वा // 105 / / चत्तारि फला प० तं० आमलगमहुरे मुद्दियामहुरे खीरमहुरे खंडमहुरे, एवामेव चत्तारि आयरिथा प० तं० आमलगमहुरफलसमाणे जाव खंडमहुरफलसमाणे / / 106 // चत्तारि पुरिसजाया प० तं. आयवेयावच्चकरे णाममेगे णो परवेयावच्चकरे 4 / चत्तारि पुरिसजाया प० तं० करेइ णाममेगे वेयावचं णो पडिच्छइ, पडिच्छइ णाममेगे वेयावचं णो करेइ 4 // 107 / / चत्तारि पुरिसजाया प० तं० अट्ठकरे णाममंगे जो माणकरे, माणकरे णाममेगे णो अट्ठकरे, एगे अट्ठकरेवि माणकरेवि, एगे णो अट्ठकरे णो माणकरे / चत्तारि पुरिसजाया प० तं० गणट्ठकरे णाममेगे णो माणकरे 4 / च० पु० जा०प० तं० गणसंगहकरे णाममेगे णो माणकरे 4 / चत्तारि पुरिमनाया प० त० गणसोभकरे णाममेगे णो माणकरे 4 / चत्तारि पुरिसजाया प० तं० गणसोहिकरे णाममेगे णो माणकरे 4 // 108 // चत्तारि पुरिसजाया प० तं० रूवं णाममेगे जहइ णो धम्मं धम्मं णाममेगे जहइ णो रूवं एगे रूवं पि जहइ धम्मपि जहइ, एगे णो रूवं जहइ णो धम्मं / चत्तारि पुरिसजाया प० तं० धम्मं णाममेगे जहइ णो गणसंठिइं 4 / चत्तारि पुरिसजाया प० तं० पियधम्मे णाममेगे णो दढधम्मे, दढधम्मे णाममेगे णो पियधम्मे, एगे पियधम्मेवि दढधम्मेवि एगे णो पियधम्मे णो दढधम्मे // 109 // चत्तारि आयरिया प० तं० पव्वावणायरिए गाममेगे णो