________________ अंतगडदसाओ व. 6 1337 गारस्स तीसे य० धम्मकहा०, सुदंसणे पडिगए / तए णं से अज्जणए मालागारे समणस्सं भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्म सोच्चा णिसम्म हट्ठ० सदहामि गं भंते ! जिग्गंथं पावयणं जाव अभट्ठमि / अहासुहं / तए णं से अज्जणए मालागारे उत्तर० सयमेव पंचमट्टियं लोयं करेइ करिता जाव अणगारे जाए जाव विहरइ / तए णं से अज्जुणए अणगारे जं चेव दिवसं मंडे जाव पव्वइए तं चेव दिवसं समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ वं० 2 त्ता इमं एयारूवं अभिग्गहं उग्गिाहइ-कप्पइ मे जावज्जीवाए छठंछट्टेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं अप्पाणं भावमाणस्स विहरित्तए तिकट्ट अयमेया. रूवं अभिग्गहं ओगेण्हइ 2 ता जावज्जीवाए जाव विहरई / तए णं से अज्जगए अणगारे छलुक्खमणपारणयंसि पढम पोरिसीए सज्झायं करेइ जहा गोयमसामी जाव अडइ / तए णं तं अज्जणयं अणगारं रायगिहे णयरे उच्च० जाव अडमाणं बहवे इस्थिया य पुरिसा य डहरा य महल्ला य जवाणा य एवं वयासी-इमे गं मे पिया मारिए माया मारिया भाया० भगिणी० भज्जा० पुते० धूया० सुण्हा. इमेण मे अण्णयरे सयणसंबंधिपरियणे मारिए तिकट्ट अप्पेगइया अक्कोसंति अप्पेगइया हिलंति णिदंति खिसंति गरिहंति तज्जति तालेति / तए णं से अज्जणए अणगारे तेहिं बहूहि इत्थीहि य पुरिसेहि य डहरेहि य महल्लेहि य जवाणएहि य आओसेज्जमाणे जाव तालेज्जमाणे तेसि मणसावि अपउस्समाणे सम्म सहइ सम्म खमइ सम्मं तितिक्खइ सम्म अहियासेइ सम्म सहमाणे० रायगिहे पयरे उच्चणीय मज्झिमकुलाइं अडमाणे जइ भत्तं लभइ तो पाणं ण लभह जइ पाणं लभइ तो भत्तं ण लमइ। तए णं से अज्जुणए अ० अदीणे अविमणे अकलसे अणाइले अविसाई अपरितंतजोगी अडइ 2 ता रायगिहाओ णयराओ पडिणिक्खमइ 2 ता जेणेव गुणसीलए चेइए जेणेव समणे भगवं महावीरे जहा गोयमसामी जाव पडिदंसेइ 2 त्ता समणेणं भगवया महावीरेणं अन्भणण्णाए समाणे अमच्छिए 4 बिलमिव पण्णगभूएणं अप्पाणेणं तमाहारं आहारेइ, तए णं समणे भगवं महावीरे अण्णया क० राय० पडिणिक्खमइ 2 ता बहि जण विहरइ / तए णं से अज्जणए अणगारे तेणं उरालेणं (वि०) पयत्तेणं पग्गहिएणं महाण मागेणं तवोकम्मेणं अप्पाणं भावेमाणे बहुपडिपुण्णे छम्मासे सामण्ण. परियागं पाउणइ, पाउणित्ता अद्धमासियाए संलेहणाए अप्पाणं झुसेइ 2 ता