________________ उवासगदसाओ अ. 10 1313 तए णं से गंदिणीपिया समणोवासए जाए जावविहरइ / तए गं तस्स गंदिणीपियस्स समणोकसयस्स बहूहि सीलव्वयगुण० जाव भावेमाणस्स चोद्दस संवच्छ राइं वइक्कंताई। तहेव जेठं पुत्तं ठवेइ, धम्मपत्ति , वीसं वासाई परियांगं, णाणत्तं अरुणगवे विमाणे उववाओ। महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ // 66 // णिक्खेवो ॥णवमं अज्झयणं समत्तं / / सालिहीपिया णामं दसमं अज्झयणं दसमस्स उखेवो / एवं खल जम्ब ! तेणं कालेणं तेणं समएणं सावत्थी गयरी / कोट्ठए चेइए / जियसत्तू राया। तत्थ गं सावत्थीए णयरीए सालिहीपिया णाम गाहावई परिवसइ। अड्ढे दित्ते / चत्तारि हिरण्णकोडीओ णिहाणपउत्ताओ, चत्तारि हिरण्णकोडीओ व ड्रिप उत्ताओ, चत्तारि हिरणकोडीओ पवित्थरपउत्ताओ। चत्तारि वया दसगोसाहस्सिएणं वएणं / फग्गणी भारिया। सामी समोसढे। जहा आणंदो तहेव गिहिधम्म पडिवज्जइ, जहा कामदेवो तहा जेठं पुत्तं ठवेत्ता पोसहसालाए समणस्स भगवओ महावीरस्स धम्मपत्ति उवसम्पज्जित्तागं विहरइ / णवरं णिरुवसग्गाओ एक्कारस-वि उवासगपडिमाओ तहेव भाणियवाओ। एवं कामदेवगमेणं णेयव्वं जाव सोहम्मे कप्पे अरुणकीले विमाणे देवत्ताए उववण्णे / चत्तारि पलिओवमाई ठिई, महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ // 70 // दसमं अज्झयणं समत्तं / / दसण्ह वि पणरसमे संवच्छरे वट्टमाणाणं चिता / दसह-वि वीसं वासाई समणोवासयपरियाओ। एवं खलु जम्बू! समणेणं जाव सम्पत्तेणं सत्तमस्स अंगस्स उवासगदसाणं अयमढे पण्णत्ते // 71 // उवासगदसाओ समत्ताओ। उवासगदसाणं सत्तमस्स अंगस्स एगो सुयखंधो दस अज्झयणा एक्कसरगा दससु चेव दिवसेसु उद्दिस्सिज्जति तओ सुयखंधो समुद्दिस्सिज्जइ अणुण्णविज्जइ दोसु दिवसेसु अंगं तहेव // // उवासगदसाओ समत्ताओ।