________________ भगवई स. 25 उ.७ 1007 सामाइयसंजमं वा परिहारविसुद्धियसंजमं वा सुहुमसंपरायसंजमं वा असंजमं वा संजमासंजमं वा उवसंपज्जइ / परिहारविसुद्धिए पुच्छा, गोयमा ! परिहारविसुद्धियसंजयत्तं जहइ छेदोवट्ठावणियसंजयत्तं वा असंजमं वा उवसंपज्जइ / सुहुमसंपराए पुच्छा, गोयमा ! सुहुमसंपरायसंजयत्तं जहइ सामाइयसंजमं वा छेदोवट्ठावणियसंजमं वा अहक्खायसंजमं वा असंजमं वा उवसंपज्जइ / अहक्खायसंजए गं पुच्छा, गोयमा ! अहक्खायसंजयत्तं जहइ सुहमसंपरायसंजमं वा असंजमं वा सिद्धिगई वा उवसंपज्जइ 24 // 794 // सामाइयसंजए णं भंते ! कि सण्णोवउत्ते होज्जा णोसण्णोवउत्ते होज्जा ? गोयमा ! सण्णोवउत्ते होज्जा जहा बउसो, एवं जाव परिहारविसुद्धिए, सुहुमसंपराए अहक्खाए य जहा पुलाए 25 / सामाइयसंजए णं भंते ! कि आहारए होज्जा अणाहारए होज्जा ? जहा पुलाए, एवं जाव सुहमसंपराए, अहक्खायसंजए जहा सिणाए 26 // . सामाइयसंजए गं भंते ! कइ भवग्गहणाई होज्जा ? गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं उवकोसेणं अट्ठ, एवं छेदोवट्ठावणिएवि / परिहारविसुद्धिए पुच्छा, गोयमा ! जहणणं एक्कं उक्कोसेणं तिण्णि, एवं जाव अहक्खाए 27 // 765 // सामाइयसंजयस्स गं भंते ! एगभवग्गहणिया केवइया आगरिसा प० ? गोयमा ! जहणेणं जहा बउसस्स छेदोवढावणियस्स पुच्छा, गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं उक्कोसेणं वीसपुहुत्तं परिहारविसुद्धियस्स पुच्छा, गोयमा ! जहणेणं एक्कं उक्कोसेणं तिणि सुहुमसंपरायस्स पुच्छा, गोयमा ! जहण्णेणं एक्कं उक्कोसेणं चत्तारि / अहक्खायस्स पुच्छा, गोयमा! जहण्णेणं एक्कं उक्कोसेणं दोण्णि। सामाइयसंजयस्स जं भंते ! णाणाभवग्गहणिया केवइया आगरिसा प. ? गोयमा ! जहा बउसे / छेदोवट्ठावणियस्स पुच्छा, गोयमा ! जहणेणं दोणि उक्कोसेणं उरि गवण्हं सयाणं अंतो सहस्सस्स, परिहारविसुद्धियस्स जहणेणं वोणि उक्कोसेणे सत्त, सुहुमसंपरायस्स जहणेणं दोणि उक्कोसेणं णव, अहक्खायस्स जहणेणं दोणि उक्कोसेणं पंच 28 // 796 // सामाइयसंजए गं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ? गोयमा ! जहणेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं देसूणहि णवहिं वासेहिं ऊणिया पुष्वकोडी, एवं छेदोवट्ठावणिएवि, परिहारविसुद्धिए जहण्णेणं एक्कं समयं उक्कोसेणं देसूणएहिं एगणतीसाए वासेहि अणिया पुव्वकोडी, सुहुमसंपराए जहा णियंठे, अहक्खाए जहा सामाइयसंजए।