________________ अणुओगदारसुत्तं-णवणामे 1227 सेम अद्धसैम चेव, सव्वत्थ विसै च ज / तिण्णि वित्तपयाराई, चउत्थं णोवलभइ // 10 // सक्कया पायया चेव, भणिईओ होति दोणि वा। सरमंडलम्मि गिजंते, पसत्था इसिभासिया // 11 // केसी गायइ महुरं, केसी गायइ खरं च रुक्खं च / केसी गायइ चउरं, केसी य विलंबियं दुयं केसी / / 12 / / विस्सरं पुण केरिसी ? / गोरी गायह महुरं, सामा गायइ खरं च रुक्खं च / काली गायइ चउरं, काणा य विलंबियं दुयं अंधा // 13 // विस्सैरं पुण पिगला / सत्तसरा तओ गामा, मुच्छणा इक्कवीसई / ताणा एगूणपण्णासं, सम्मत्तं सरमंडलं // 14 // सेत्तं सत्तणामे // 128 // से किं तं अट्ठणामे ? अट्ठणामे-अट्ठविहा वयणविभत्ती पण्णत्ता। तंजहा-णिद्देसे पढमा होइ, बिइया उबएसणे / तइया करणम्मि कया, चउत्थी संपयारणे // 1 // पंचमी य अवायाणे, छट्ठी सस्सामिवायणे / सत्तमी सण्णिहाणन्थे, अट्ठमाऽऽमंतणी भवे // 2 // तत्थ पढमा विभत्ती, णिद्देसे 'सो इमो अहं व' त्ति / बिझ्या पुण उवएसे 'भण कुणसु इमं व तं व' त्ति // 3 // तइया करणम्मि कया 'भणियं च कयं ज तेण व मए' वा / 'हंदि णमो साहाए' हवइ च उत्थी पयाणम्मि // 4 // 'अवणय गिव्ह य एत्तो, इउं' त्ति वा पंचमी अवायाणे / छट्ठी तस्स इमस्स वा, गयस्स वा सामिसंबंधे // 5 // हवइ पुण सत्तमी तं, इमम्मि आहारकालभावे य / आमंतणी भवे अट्ठमी उ, जह 'हे जुवाण' त्ति // 6 / / सेत्तं अट्ठणामे // 129 / / से किं तं णवणामे ?णषणामे-शवकव्वरसा पण्णत्ता / तंजहा-गाहाओ-वारो सिंगारो अब्भुओ य, रोबो य होइ बोद्धव्वो। वेलणओ बीमच्छो, हासो कटुंणो पंसंतो य // 1 // (1) तत्थ परिच्चायम्मि. य, (दाण)तवचरणसत्तुजणविणासे य / अणणुसयधिइपरक्कम-, लिंगो वीरो रसो होइ // 1 // वीरो रसो जहा-सो णाम महावीरो, जो रज्जं पयहिऊण पव्वइओ। कामकोहमहासत्तु-, पक्खणिग्घायणं कुणइ // 2 // (2) सिंगारो णाम रसो, रइसंजोगाभिलाससंजणणो। मंडणविलासविब्बोय-, हासलीला. रमणलिंगो // 1 // सिंगारो रसो जहा-महुरविलाससललियं, हियउम्मायणकरं जुवाणाणं / सामा सद्दद्दाम, दाएई मेहलादामं // 2 // (3) विम्हयकरो अपुव्वो, अणु. भूयपुव्वो य जो रसो होइ / हरिसविसाउप्पत्ति-, लक्खणो अब्भुओ णाम // 1 // अन्भुओ रसो जहा-अब्भुयतरमिह एत्तो, अण्ण किं अस्थि जीवलोगम्मि ? जं जिण. बयणे अत्था, तिकालजुत्ता मुणिज्नंति // 2 // (4) भयजणणरूवसइंधयार-, चिंता 1-2 गाहाहिगपयाइमेयाई /