________________ .....................................* प्रागम नवनीत माला पुष्प-२ णमो अरिहंताणं णमो सिद्धाणं णमो आयरियाणं णमो उबझायाणं णमो लोए सव्व साहूणं एसो पंच णमुक्कारो सव्वपावप्पणासणो। मंगलाणं च सव्वेसि पढमं हवइ मंगलं / / ............................ प्राचारांग-सत्र सारांश ............................................................. (एवं सम्यक् पराक्रम अध्ययन ) [सरल हिन्दी भाषा में] श्रीमती नगीनादेवी,,2258 गली अनार, दरीबा कला, चांदनीचौक दिल्ली हस्ते श्री जिनेन्द्रकुमारजी एडवोकेट के उदार सहयोग से स्वाध्यायियों को अर्द्ध मूल्य में भेंट। . A... प्रकाशक आगम नवनीत प्रकाशन समिति सिरोही Ke GSSES