________________ 262 धार्मिक-वहीवट विचार जीर्णोद्धार, जिनभक्ति आदिमें (शास्त्रीय रीति अनुसार उपदेश-पदादि ग्रन्थोंके आधार पर) खर्च कर देना चाहिए / (अच्छी तरह खर्च करते रहना ही चाहिए / ) विशेष : इस प्रकारकी वस्तुस्थिति तथा पूर्वोक्त आठ गंभीर मुद्दोंकी ओर किसी भी प्रकारका विचार न कर, प्रस्तावकी ओर खींचते गये हों, वह कितना विचारपूर्ण है, उसका स्वयं विचार करें / मुझे अनुभूत शास्त्रीय पद्धति अनुसार देवद्रव्यकी व्यवस्था और पूजाकी विधि आपको विदित की है / तो आप अन्य गीतार्थ आचार्यों की उसके बारेमें संमति प्राप्त करनी चाहिए कि जिससे जैनसंघमें व्यर्थका उहापोह या कलह उपस्थित हो न पाये / देवद्रव्य निमित्त प्रस्ताव करनेसे पहले उपरकी बाबतोंमें सुधार करना अत्यंत जरूरी है / वह न हो सके तब तक, उस मार्ग पर कुछ भी करनेसे देवद्रव्यका उपर निर्दिष्ट क्षेत्रोंमें उपयोग होनेका प्रबल भयस्थान उपस्थित होगा / धर्म साधनामें प्रोज्जवल बनें / पद्मविजयके धर्मलाभ /