________________ चौदह क्षेत्रोंसे संबद्ध प्रश्रोत्तरी 117 चाहते हैं / प्रत्येक राष्ट्रमें उन्होंने स्थानिक देशी गोरोकी राष्ट्रद्रोही औलाद पैदा कर रखी है / उनके द्वारा उनके देशकी प्रजाको वे बरबाद कर रहैं है / यह गरीबी तेज रफ्तारसे बढ़ती जा रही है / विशाल एपार्टमेन्टोंके पास ही विराट झोंपडपट्टियाँ खड़ी हो गई हैं / पागल बबूलकी तरह या धंसते रेगिस्तानकी तरह / इस गरीबीको दूर करना कदापि संभवित नहीं / राजनीतिक गुण्डोंको वोट पानेके लिए गरीबी अत्यन्त आशीर्वादरूप बनी है / धर्मपरिवर्तन करानेवाले ख्रिस्ती लोगोंको भी इसमें भारी सफलता दिखाई देती है / श्रीमंतोके साथ टकराकर अन्तमें श्रीमंतों को -भी सड़क पर ला देनेका आयोजन- इन सहायतासे ही कार्यान्वित करने का निश्चय करनेसे, उनके लिए झोंपडपट्टियाँ शहदभरपूर छत्ते जैसी बन पायी हैं / ____फिर भी, एक बात निश्चित है कि जितनोंको रोजगार दिया जाय, उतनों को दें, लेकिन उसके साथ साथ गरीबीके मूलभूत जो कारण हैं, जिनमें से गरीबी लगातार उत्पन्न होती ही रहती है, उन्हें ही खत्म करनेका ठोस आयोजन किया न जाय तो गरीबोंको सहायभूत होनेके लिये की जानेवाली तमाम प्रकारकी मदद गरीबीको बढाने ही परिणत होगी / क्योंकि ऐसी सहायताके कारण, सभी लोग, गरीबीकी जड़ोंको मिटा देनेकी बातोंसे पीछेहठ करेंगे, उसके प्रति गौरसे सोचेंगे नहीं / उसके लिए क्रान्ति या विद्रोह भी नहीं होगा / ऐसी स्थितिमें गरीबीका उत्पादक चक्र तेज रफ्तारसे चालू होकर कई मुसीबतें पैदा करेगा / उस उत्पादक चक्रसे प्रतिवर्ष नये दस लाख गरीब पैदा होंगे, तब उसी वर्षके दौरान केवल पाँच हजार गरीबोंको ही सुविधा मिल पायेगी / इसका क्या अर्थ होगा ? फिर भी कहता हूँ कि पाँच हजार लोगोंको सुखी करनेका प्रयत्न करें / सभी की शक्ति गरीबी-उत्पादक चक्रको रोक देनेकी नहीं होती / ऐसे अशक्त लोग, अपने दिलमें करुणा नामक गुणका विकास हो, उसके लिए भी गरीबोंके सहायक बने यह इच्छनीय हैं / गरीबोंको स्वावलंबी बनानेका काम कठिन है / यह एक ऐसा गहरा गड्ढा है कि उसमें चाहे उतनी मिट्टी डाली जाय फिर भी वह समतल नहीं हो पायेगा / लेकिन अपना करुणागुण मुरझा न जाय, सदासर्वदा हराभरा बना रहे, उसके लिए