________________ प्र. 91 कई साधु-साध्वियाँ, अंगत निजी उपाश्रयों में स्थिर वास करते हैं / तो वे शिथिल हो न जाय, उस भयसे क्रियोद्धारकी आवश्यकता महसूस नहीं होती ? 108 प्र. 92 वर्तमानकालमें गुरुमंदिर बनाना क्या उचित है ? .. 110 प्र, 93 बिना जैनके गाँवमें गुरुवैयावच्चमेंसे रसोईघर चलाये जायें ? ' प्र. 94 वृद्ध साध्विजीयोंके लिए क्या वृद्धाश्रम बनाने चाहिए ? 111 श्रावक-श्राविका (6 + 7) प्रश्रोत्तरी प्र. 95 पीडित श्रावकोंको आर्थिक सहायता देनेके बाद, उनके द्वारा धार्मिक संचालन आदि कराया न जाय ? प्र. 96 सबसे अधिक दान साधर्मिक विभागमें करना न चाहिए ? प्र. 97 सात क्षेत्रोंके साधारण विभागमेंसे अथवा श्रावक-श्राविका विभागमेंसे स्वामी-वात्सल्य संपन्न किया जाय ? प्र. 98 मुमुक्षुकी दीक्षाके उपकरणोंकी रकम कहाँ जमा हो ? प्र. 99 साधर्मिकके लिए देवद्रव्यको रकममेंसे किराये की चालियाँ-निवास आदि बनाया जाय ? प्र. 100 बिना जैनके गाँवों में, जैन परिवारोंका निवास आवश्यक नहीं हैं ? प्र. 101 जैनोंको अधिक सहायक बननेके लिए श्रीमंतोंको उपदेश दिया न जाय ? प्र. 102 'योग्य'के बदले 'बनावटी' साधर्मिक दगा देते हैं, तो क्या करना ? प्र. 103 ‘साधर्मिक-भक्ति' का उपदेश विशेष रूपसे श्रमणलोग दे नहीं सकते ? प्र. 104 धर्मकार्यमें लाखों रूपयोंका खर्च करनेवाले, अपने साधर्मिकोंकी उपेक्षा करते हैं, वह उचित है ? पौषधशाला (8) प्रश्रोत्तरी प्र. 105 वैयावच्चमेंसे विहारमें निर्जन स्थानमें बनाये उपाश्रयोंमें आवश्यक बालदी आदि चीजें लायी जायें ? प्र. 106 उपाश्रयके निभावके लिए साधुके उपाश्रयमें बहनोंके फोटों की योजना उचित है ? * . 118 12