________________ माया / दरमित उदाहरणं तिविह भीमदीवरचकत्रम् / अध्ययनरत [& भोगंमि चकिमाई 7, संजमजीअं तु संजयजणस्स 8 / जस 1 कित्ती अ भगवयो 10 संजमनरजीव अहिगारो || 57 (भा०)॥ सीवालं भंगसयं तिविहं तिविहेण समिइगुत्तीहिं / सुत्तप्फासिनिज्जुत्ति-वित्थरत्यो गयो एवं // 58 // सामाइयं करेमी पचक्खामी पडिकमामित्ति / पच्चुप्पनमणागय-अईअकालाण गहणं तु // 51 // तिविहेणंति न जुत्तं पडिपय. विहिणा समाहिग्रं जेण / अत्यविगप्पणयाए गुणभावणयत्ति को दोसो ? // 1060 // दवमि निराहगाई कुलालमिच्छति तत्थुदाहरणं / भावंमि तदुवउत्तो मिश्रावई तत्थुदाहरणं // 61 // सचरित्तपच्छयावो निंदा तीए चउक्कनिक्लेवो / दवे चित्तयरसुत्रा भावेसु बहू उदाहरणा // 62 // गर. हावि तहाजाईअमेव नवरं परम्पगासणया / दव्वंमि मरुअनायं भावेसु बहू उदाहरणा // 63 // दव्वविउस्सगे खलु पसन्नचंदो हवे उदाहरणं / पडिया गयसंवेगो भामिवि होइ सो चेव // 64 // सावजजोगविरश्रो तिविहं तिविहेण वोसिरित्र पावं / सामाइअमाईए एसोऽणुगमो परिसमत्तो // 65 // विजाचरणनएसुसेससमोपारणं तु कायवं। सामाइनिज्जुत्ती सुभासिनत्था परिसमत्ता ॥६६॥नायंमि गिरिहअव्वे अगिरिहअव्वमि चेव अत्यंमि। जइशबमेव इत्र जो उवएसो सो नयो नाम॥७॥ सव्वेसिपि नयाणं बहुविहवत्तव्वयं निसामित्ता / तं सव्वनयविसुद्धं जं चरणगुणट्ठियो साहू // 1068 // ॥इति सामायिकनियुक्तिः॥ ॥इति प्रथमं सामायिकाध्ययनम् // 1 // .. // अथ चतुर्विशतिस्तवाख्यं द्वितीयमध्ययनम् // चउवीसइत्थयस्स उ णिक्खेवो होइ गामणिप्फराणो। चउवीसइस्स छको थयस्स उ चउब्विहो होइ // 1061 // ___(भा०) नामं ठवणा दविए खित्ते काले तहेव भाषे अ। चउवीसहस्स एसो निक्षो कन्धिहो होह // 19 // नाम उवणा वृषिए भावे अ ययस्स होइ