________________ गोमदामरयकवलम् : अध्ययनं 1] [t दो रायगिहे महातवो तीरमणिणाए // 14 // पंचसया चोयाला तइया सिदि गयस्स वीरस्स / पुरिमंतरंजियाए तेरासियदिही उववण्णा // 135 // पुरिमंतरंजि भूयगुह पलसिरि सिरिगुत्त रोहगुत्ते या परिवायपोसाले घोसणपडिसेहणा वाए // 136 // विच्छुय सप्पे मूसग मिई वराही य कायपोआई / एआहिं विजाहिं सो उ परिव्वायओ कुसलो // 137 // मोरो नउलि घिराली वग्घी सोही उलगि ओवाई / एयाओ विजाओ गेण्ह परिवायमहणीओ // 138 // सिरिगुत्तेणऽवि छलुगो उम्मासे कड्डिऊण वायजिओ। आहरणकुत्तियावण चोयालसरण पुच्छाणं // 139 ॥वाए पराजिओ सो निव्विसओ कारिओ नरिंदेणं / घोसावियं गगरे जयइ जिणो वडमाणोत्ति // 140 // पंचसया चुलसीया तइया सिडि गयस्स वीरस्स / अबडियाण दिट्ठी दसपुरनयरे समुप्पण्णा // 141 // दसपुरे नगरुच्छुघरे अनरक्खयपूसत्तमितियगं च / गोहामाहिल नवमहमेसु पुच्छा य विझस्स // 142 // पुट्ठो जहा अबडो कंचुइणं कंचुओ समन्नेइ / एवं पुट्ठमबडं जोवं कम्म समन्नेह // 143 // पञ्चक्खागं सेयं अपरिमाण होइ कायव्वं / जेसिं तु परीमाणं तं दुटुं आससा होई // 144 // छव्वाससयोई नवुत्तराई तइया सिद्धिं गयस्स वोरस्स / तो घोडियाण दिहिरहवीरपुरे समुप्पण्णा // 145 // रहवीरपुरं नयरं दीवगमुजाण अन्नकण्हे य / सिवभूइस्सुवहिंमि य पुच्छा थेराण कहणा य॥१४॥ ऊहाए पण्णत्तं बोडियसिवभूइउत्तराहि इमं / मिच्छादसणमिणमो रहवीरपुरे समुप्पण्णं // 147 // बोडियसिवभूईओ बोडियलिंगस्स होइ उप्पत्ती / कोडिण्णकोयोरा परंपराफासमुप्पण्णा // 148 // एवं एए कहिया श्रोसप्पिणीए उ निराहवा सत्त / वीरवरस्स परयणे सेसाणं पब्बयणे णत्थि // 784 // मोत्तूणमेसिमिवर्क सेसाणं जावजीविया दिट्ठी / एक्केकस्स य एत्तो दो दो दोसा मुणेयबा // 785 / / सत्तेया दिट्टीयो जाइजरामरणगभवसहीणं / मूलं संसारस्स उ भवंति निग्गंथरूवेणं // 786 // पवयणनीहयाणं जं तेसिं कारियं जहिं जत्थ / भज्जं परिहरणाए मूले तह उत्तरगुणे य // 787 // मिच्छादिट्ठीयाणं जं तेसिं कारियं जहिं जत्थ। सव्वंपि तयं सुद्धं मूले तह उत्तरगुणे य // 788 // तवसंजमो श्रणुमयो निग्गंथं पत्रयणं च ववहारो। सह जुसुयाणं पुण निव्वाणं संजमो चेव