________________ [ भीमहागणी पिनाना कराणा य कुलगरेणं, सिट्टे गहिया. उसहपत्ती // 114 // भोगसमत्थं नाउं, वरकम्मं तस्स कासि देविंदो। दुराहं वरमहिलाणं, वहुकम्मं कासि देवीत्रो // 115 // छप्पुव्वसयसहस्सा पुब्बिं नायस्त जिणवरिंदस्स / तो भरहवं. भिदरिबाहुबली चेव जायाई // 116 // .: (भा०) देवी सुमंगलाए, भरहो बंभों य मिहुणयं जायं / देवोइ सुनंदाए, पाहुबली सुदरी चेव // 4 // .. अउणापरणं जुयले, पुत्ताण सुमंगला पुणो पसवे / नीईणमइक्कमणे, निवेत्रणं उसभसामिरस // 117 // राय करेइ दंड, सि? ते बिति श्रम्हवि स होउ / मग्गह य कुलगरं, सो य बेइ उसभो य भे राया // 18 // थाभोएउं सको, उवागो (प्रागंतु) तस्स कुणइ (कासि) अभिसेयं / मउडाइअलंकारं, नरिंदजोग्गं च से कुगाइ (कासी) // 111 // भिसिणीपत्तेहिअरे, उदयं चित्तु छुहंति पाएसु / साहु विणीया पुरिसा, विणीअनयरी अह निविट्ठा // 20 // यासा हत्यी गावो, गहियाई रजसंगहनिमितं / चित्तूण एवमाई, चउन्विहं संगहं कुणइ // 201 / / उग्गा भोगा रायराण खत्तिया संगहो भवे चउहा। प्रारक्खि गुरु वयंसा सेसा जे खत्तिया ते उ // 202 // अाहारे सिप्प कम्मे अ, मामणा अविभूसणा / लेहे गणिए श्र रूवे थ, लवखणे माण पोथए 11 // 203 // ववहारे नीइ जुद्धे अ, ईसत्थे अ उवासणा / तिगिच्छा थत्थसत्थे श्र, बंधे घाए थ मारणा // 204 // जाणूसव समवाए मंगले कोउगे इथ / वत्ये गधे अमले थ, अलंकारे तहेव य // 205 // चोलोवण विवाहे अ, दत्तिा मडयपत्रणा। मावणा थूभ सद्दे अ, छेलावणय पुच्छणा // 206 // (भा०) आसी अ कंदहारा मूलाहारा य पत्सहारा य / फुप्फफलभोइणोऽवि अ, जइआ किर कुलगरी उसमो॥५॥ आसी अ इक्खुभोई. इवस्खागा तेण स्वत्तिआहुलिसणसत्तरसंघण्णं, आमं ओमं च भुजोआ॥६॥ओमपाहारंता अजीरमामि ते जिणमुर्विति / इत्येहि घसिऊणं, आहातहति ते भणिआ