________________ श्रीमदावश्यक अयनं 4 ]...... . [ 125 इकतावि कुगाइ उस्सग्गं / एस अकयोवि दोसो परिधिप्पइ किं मुहा ? भंते ! // 1550 // पावुग्घाई कीरइ उस्सग्गो मंगलंति उद्दसो। अणुवहि. यमंगलाणं मा हुज कहिंचि णे विग्धं // 51 // पाणवहमुसावाए श्रदत्तमेहुणपरिग्गहे चेव / सयमेगं तु अणूणं ऊसासाणं हविजाहि // 1552 // ____नावा[ए] उत्तरिउं वहमाई तह नई च एमेव / संतारेण चलेण व गंतु पणवीस ऊसासा // 1 // (प्र०) पायसमा ऊसासा कालपमाणेण हुँति नायव्वा / एवं कालपमाणं उस्सग्गेणं तु नायव्वं // 1553 // (भा०) जो खल तीसइवरिसो सत्सरिवरिसेण पारणाइ समो / विसमे व कूडवाही निम्विन्नाणे हु से जहु // 235 // समभूमेवि अइभरो उजाणे किमुअ कूडवाहिस्स ? / अइभारेण भजइ तुत्तयघाएहि अ मरालो // 236 // ___ एमेव बलसमग्गो न कुणह मायाइ सम्ममुस्सग्गं / मायावडिअ कम्मं पावह उस्सग्गकेसं च // 1 // (प्र०) ___मायाए उस्सग्गं सेसं च तवं अकुवो सहुणो / को अन्नो अणुहोही सकम्मसेसं अणिजरियं ?॥१५५४॥निक्कूडं सविसेसं वयाणुरुवं बलागुरुवं च / खाणुव्व उद्धदेहो काउस्सगं तु ठाइजा॥५५॥ तरुणो बलवं तरुणो य दुबलो थेरयो बलसमिद्धो / थेरो अबलो चउसुवि भंगेसु जहाबलं गई // 56 // पयलायइ पडिपुच्छइ कंटयवियारपासवणधम्मे।नियडी गेलन्नं वा करेइ कूडं हवइ एयं // 47 // पुव्वं ठंति य गुरुणो गुरुणा उस्सारियमि पारेति। ठायंति सविसेसं तरुणा उ अनूणविरिया उ // 58 // चउरंगुल मुहपत्ती उज्जूए डब्बहत्थ रयहरणं / वोसट्टचत्तदेहो काउस्सग्गं करिजाहि // 51 // घोडग लयाइ खंभे कुड्डे माले य सवरि बहु नियले / लंबुत्तर थण उद्धी संजय खलिणे य] वायसकवि? // 1560 // सीसुक्कंपिय सूई अंगुलि भमुहा य वारुणी पेहा / नाहीकरयल-कुप्पर उस्सारिय पारियंमि थुई // 61 // वासीचंदणकप्पो जो मरणे जीविए य समसगणो (दरिसी) / देहे य अपडित .