________________ पदावरका अध्ययन वसहा सुतिक्खसिंगा सरीरेण (समत्यावि) // 208 // पोराणयगयदप्पोगलंतनयणो चलंतवसभोहो / सो चेव इमो वसहो पडुयपरिघट्टणं सहइ // 209 // जोहदकेउ समलंकियं तु दटुंपडतं पविलुप्पमाणं / रिडिं अरिद्धिं समुपेहिया णं पंचालराया वि समिक्ख धम्मं // 210 // पहुयाण सद्दयं सोचा एगस्स य असहयं / वलयागं नमोराया, निक्खंतो मिहिलाहिवो // 211 // जो चूयरुक्खं तुमणा हिरामं समंजरिं पल्लवपुप्फवित्तं / रिडिं अरिड समुपेहिया णं गंधाररायावि समिधरव धम्मं // 212 // जहा जलंताइ कट्ठाई उवेहाइ न चिरं जले। घट्टिया घट्टिया ज्झत्ति तम्हा सहसु घट्टणं // 1326 // सुचिरंपि वंकुडाई होहिंति अणुपमजमाणाई / करमदिदारुयाई गयंकुसागारबेंटाई॥२७॥ रायगिह मगहसुदरि मगहसिरी पउमसत्थपक्खेवो / परिहरियअप्पमत्ता नट्टगीयं नवि य चुका // 28 // पत्ते वसंतमासे श्रामोत्र पमोपए पवत्तंमि / मुत्तूण करिणबारए भमरा सेवंति चूअकुसुनाई // 21 // भरुयच्छमि य विजए नडपिडए वासवासनागघरे / ठवणा पायरियस्स (उ) सामायारीपउंजणया // १३३०॥णयरं च सिंबवद्धण मुंडिम्बय अजपूस ई य / श्रायाणपसमित्ते सुहुमे झाणे विवादो य // 31 // रोहीडगं च नयरं ललिबागुट्ठी अ रोहिणी गणिया / धम्मरुइ कडुअदुद्धियदाणाइयणे अ कंमुदए // 32 // नयरी य चंपनामा जिणदेवो सत्थवाह अहिछत्ता। अडवी य तेण अगणी सावयसंगाण वोसिरणा // 33 // पायच्छित्तपरूवण श्राहरणं तत्थ होइ धणगुत्ता / श्राराहणाए मरुदेवा श्रोसप्पिणीए पढमसिद्धो // 1334 // तेत्तीसाए श्रासायणाहिं // सूत्रम् // . पुरनो पक्खासन्ने गंता चिट्ठणनिसीयणायमणे / आलोयणयडिसुणणा पुब्बालवणे य आलोए // 1 // तह उवदंसनिमंतण खद्धाईयाण तह अपडिसुणणे / खद्धति य तत्थ गए कि तुम तज्जाइ णो सुमणे ॥२॥णो सरसि कहं छेत्ता परिसं मित्ता अणुट्टियाइ कहे / संथारपायघट्टण चिट्ठ उवासणाईसु // 3 // अहना-अरहंताणं आसायणादि सज्झाए किंचि णाहायं / वा कंठसमद्दिडा तेत्तीसासायणा एका // 1 // (प्रतिक्रमण-सङग्रहणी समता)......