________________ मानदावश्यकत्र : अध्ययनं 4] " [35 खिते काले तहेव भावे य / एसो खलु गरिहाए णिक्खेवो छब्बिहो होइ // 54 // नामं ठवणा दविए खित्ते काले तहेव भावे य / एसो खलु सुद्धीए निक्खेवो छव्विहो होइ // 55 // श्रद्धाणे पसाए दुद्धकाय विसभोयणतलाए / दोकनायो पइमारिया य वत्थे य अगए य // 56 // बालोवणमालुचन वियडीकरणं च भावसोही य / पालोइयंमि बाराहणा पणालोइए भरणा // 57 // सपडिक्कमणो धम्मो पुरिमरस य पच्छिमस्स य जिणस्स / मभि.. मयाण जिणाणं कारणजाए पडिक्कमणं // 58 // जो जाहे श्रावन्नो साहू अन्नयरंमि ठगणंमि। सो ताहे पडिकमई मज्झिमयाणं जिणदराणं / 56 // बावीसं तित्थयरा सामाइयसंजमं उवइसति / छेत्रोवट्ठावणयं पुण वयंति उसभो य वीरो य // 1260 // पडिकमणं देसियं राइयं च इत्तरियमावकहियं च / पक्खियचाउम्मासिय संवच्छर उत्तिम? य॥६१॥ पंच य महब्वयाई राईछट्ठाई चाउजामा य / भत्तपरिगणा य तहा दुराहपि य श्रावकहियाई // 62 // उचारे पासवणे खेले सिंगाणए पडिकमणं / श्राभोगमणाभोगे सहस्सकारे पडिक्कमणं // 63 // मिच्छत्तपडिकमणं तहेव अस्संजमे पडिकमणं / कसायाण पडिकमणं जोगाण य अप्पसत्थाणं // 64 // संसारपडिकमणं चउव्विहं होइ थाणुपुवीए / भावपडिक्क.मणं पुण तिविहं तिविहेण नेयव्वं // 65 // गंधवनागदत्तो इच्छइ सप्पेहि खिल्लिडं इहयं / तं(सो) जइ कहिंवि खजइ इत्थ हु दोसो न का(दा)यव्वो // 66 // तरुणदिवायरनयणो विज्जुलया-चंचलग्गजीहालो / घोरमहाविसदाढो उक्का इव पजलिय. रोसो // 67 // डको जेण मणूमो कयमकयं न याणई सुबहुयंपि / अहिस्समाणमचु कह घिच्छसि तं महानागं ? // 68 // मेरु गरितुगसरिसो अट्टफणो जमल जुगलजीहालो / दाहिणपासंमि ठियो माणेण वियट्टई नागो॥ 61 // डको जेण मणुसो थद्धो न गणेइ देवरायमवि / तं मेरुपव्वयनिभं कह घिच्छसि तं महानागं ? // 1270 // सललियविल्ल.