________________ भागदावश्यकता : अध्ययन / ].. te अहवावि अजयरं तो सेवंती अकरणिज्ज // 13 // चेश्यपूया किं वयरसामिणा मुणियपुव्वसारेणं / न कया पुरियाइ ? तयो मुक्खंगं सावि साहणं // 4 // श्रोहारणं परोसिं सतिस्थउब्भावणं च वच्छल्लं / न गणंति गणेमाणा पुवुच्चियपुप्फमहिमं च // 15 // अजियलाभे गिद्वा सएण लामेण जे असंतुट्ठा / भिक्खायरियाभग्गा अन्नियपुत्तं ववइसति // 16 // अन्नियपुत्तायरियो भत्तं पाणं च पुष्पचूलाए / उवणीयं भुजंतो तेणेव भवेण अंतगडो // 17 // गयसीसगणं योमे भिक्खायरियाअपचलं थेरं / न गणंति सहावि सढा अ.जयलाहं गवसंता // 18 // भत्तं वा पाणं वा भुत्तूणं लावलवियमविसुद्धं / तो अवजपडिच्छन्ना उदायणरिसिं ववइसते // 11 // सीयललुक्खाऽणुचियं वएसु विगईगएण जावितं / हट्टावि भणंति सढा किमासि उदायणो न मुणी ? // 1200 // सुत्तत्थवालवुड्ढ य अमहू दवाइयावईश्रो या। निस्साणपयं का संथरमाणावि सीयंति // 1201 // बालंबणाण लोगो भरियो जीवस्स अजउकामरस / जं जं पिच्छइ लोए तं तं बालं. वणं कुणइ // 1202 // जे जत्थ जया जइया बहुस्सुया चरणकरणपन्भट्ठा / जं ते समारती बालंबण मंदसड्डाणं // 1203 // जे जत्थ जया जइया बहुस्सुया चरणकरणसंपन्ना / जं ते समायरंती थालंषण तिव्वस्ड्ढाणं // 1204 // दंसणना गचरित्ते तबविणए निचकालपास्त्था / एए श्रदणिज्जा जे जसघाई पवयणम्स // 1205 // किइकम्म च पसंसा सुहसीलजणम्मि कम्मबंधाय / जे जे पमायठाणा ते ते उववूहिया हुँति // 1206 // दंसणनाणचरित्ते तवविणए निचकालमुज्जुत्ता / ए ए उ वंदगिजा जे जसकारी पवयणस्स // 1207 // किकम्मं च पसंसा संविग्गजणंमि निजरहाए / जे जे विरईठाणा ते ते उववूहिया हुँति // 1208 // श्रायरिय उज्झाए पवत्ति थेरे तहेव रायणिए / एएसिं किइकम्म कायव्वं निजरट्टाए // 1201 // मायरं पियरं वावि जिट्टगं वावि भायरं ।किइकम्मं न कारिजा