________________ उप्पन्ने सम्मं सहइ खमइ तितिक्खइ अहियासेइ // सू. 157 // तएणं / से पासे भगवं अणगारे जाए, इरियासमिए जाव अप्पाणं भावमाणस्स तेसीइं राइंदियाइं विइक्कंताई, चउरासीइमस्स(इमे) राइंदियस्स(दिए) अंतरा-वट्टमाणस्स(माणे) जे से गिम्हाणं पढमे मासे / पढमे पक्खे चित्तबहुले, तस्स णं चित्तबहुलस्स चउत्थी पक्खे णं पुवण्हकाल-समयांस धायइ-पायवस्स अहे छटेणं भत्तेणं अपाणएणं विसाहाहिं नक्खत्तेणं जोगमुवागएणं झाणंतरिआए वट्टमाणस्स।