________________ याए ठिइवडियाए वट्टमाणीए, सइए अ साहस्सिए अ, सयसाहस्सिए य, जाए य, दाए अ, भाए अ, दलमाणे अ, दवावेमाणे अ, सइए अ, साहस्सिए अ, सयसाहस्सिए अ, लंभे पडिच्छमाणे अ पडिच्छावेमाणे अ एवं वा विहरइ॥ सू. 103 // तए णं समणस्स भगवओ महावीरस्स अम्मापियरो पढमे दिवसे ठिइवडियं करेंत, तइए दिवसे / चन्दसूर-दंसणीयं करेंति, छठे दिवसे धम्मजागरियं जागरेन्ति (करेंति) इक्कारसमे दिवसे वइक्कंते, निव्वत्तिए असुइ-जम्मकम्म-करणे,