________________ 196] - भी 30 गम मुगसि . देशमो विभाग दुसुमिणदुन्निमिन्ने गहपीडुवसागमारिरिठभए। वासासणिविजए नाधारिमहाजणविरोहे // 23 // जंचयि भयं लोगे, तं सत्व निहले इमाए विज्जाए। सत्यपहे (सद (झ) अण्डे मंगलयरे पावहरे सयलवरऽ करव. यसोक्रवाई काउमिमे ) परिजने, जइ गं तु ण त.भ. वे सिज्झे // 4 // ता लाहमण विमा (जयं) सुकु लुप्पति दुथ च पुण बोहि / खोक्रवपरंपरएण शि.. •झे कम्मबंधरथमलविमुक्के / / 25 / / गोथमोति बेमि / / से भय / कि पायागुमेलमेव पत्तिविहाणं जेणेवमाइम्से' गोयमा / एवं सामन्ने टुवालसह कालमासाण पइदिगमहन्निसाणु समयं पाणो. वरमं जाव सबालवुड्ढसेहमयहररायणियमाईणं, तहा य अपडियमहोऽयहिमण पजवनाणीउ उमत्यतित्ययराणं एगंते अमुरगणारहावस्सगसं. बंधियं घेर सामन्नेणं पछित समाइरठ, नो ए. याणु मेत मेर परिधतं 10 से भयवं किं अपडिवाय: महोऽवहीमणपज्जवनाणी उमत्यवीयरागे सयलावस्त समणुदठीया ? गोथमा। समगुठीया, न केरलं समोरगे या जमंगसमग मेवाणवरथमगुठीया 20 से. भयवं। कह। गोथमा अघित बलवीरियबुद्धिनाणाइसयससीसामत्येण 31 से भयवके अटेण ते समणुठीया 1 गोयमा। माणं उन्मुत्तम्मनापवत्तणं मे भतिकाऊया // 2018 // से भयर :दित सविसेस पायच्छित जारणं क्यासी, गोयमा / वाया रनिय पथगामिय वसहि पारिभागिय परछायारमइक्कमया संघायारमा ककमा गुत्ती भयपथरणा सत्तमंडलीधम्माइस्कमणं अप्रीयत्य मत पयाया जाय कुसीलसंभोगजं