________________ 免染染免染染染免染染染免染染 [40] श्री आगम मुधा सिन्धु नवमो विभागः हारहाणं परिसवित्ता आलोएना अहानरा पक्षिया आरोवणा / जान तण परं छम्मासा 269 ॥सू०५४॥ उपसहार: 425 // // इति श्रीनिशीथरदेसूत्रम् // 1 // लिखित संशोधितच तपोमूर्ति प्रामावि Arविजयकर्परसूरीधर पट्टधर हालारशीदारकाचार्य देवीविजयामृतसूरीधर-विनय-पन्यास-जिनेन्द्रविजय-गणिना भूतभक्तिभावनासहितेन जामनगरदिग्विजयालोम्हालारीवीशाओसवाल-तयागनउमाश्रयमध्ये पीरात 2504 बर्षे 1 अक्षयतृतीयायां विमलनाथजिनेन्द्रनिभायाम् // नमो अरिहताण नमो सिदाण नमो बायरियाण नमो उवायाण नमो बोएसव्यसाहणं एमो पच नमुक्कारो प्रव्य पायप्पागासो मगलाण मवेसि पदम हवा मगन FFFFFFFFFFFERE