________________ 獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎 / श्री पश्वकल्प भाष्यम् [189) / णे य संजुत्तं तिरिनं होति अज्जातं // 54 // जातकरणेण छि. . परमतिरिक्सा गती उदोषिण) भने / अहवा तिहा 3 ठिण्णा - गतिरिक्सामरसगी 52255: देवेन्स बितिषण गती छिरावे. माणिएस उरलती। उसु नि गती गीत अनारे अजातकर गोण 2556 // एसो जातमलाते कग्योऽर्भािहतो इदणि चक्मा . कि मारणामागे कप गुमलदेसे // 21 // आहारचनो र परायो सेनलालउलगपणे / आइण्णे भाइण्णं, गाय .2.5 आहारचक्क मनु अस. शाह र . कारण आया तस्स ज जन्य ला? ....56 मिमितं सिंलिमर दाति पुण उत्तानहा तु र मिले एमाली क्षेतमाइण्णा Rion 'काने दुभिवयादिस सालमादी तुसनमाइण्ण | उ. वसा अल अतोसमामे // 21 // सिंघ आ3. लियाइ काला कप्मा सुन्दहविममि / दुगुल्लादि पुंडणि मरह - दहेजनका // 6 // एव जत्थाइ नहियं तू कप्यती तु आरति / इतन्य कारणमी फासणगडणं च परिभोगो / 2063 // आइण्टचनुवा य पीलाकारमओ पवयणरस / णय मइलणा मल्यो लाइण्ण आयरे कय्यं // 2264 / / आहार उवाई. सेज्जा मेहा चतुलागो होति णायव्यो। पनयणपीलुवघातो पि. सियाई मज्जपा त्ति // 265 // चोदेइ का महलणा 1 भण्णात प डिसहियाणि जसेवे। सा होति मइलणा तू जो पुण सुपरिदिडभो चरणे // 2266) तण्णातु सलाडेति पण्णेति गुणेडि एस जुत्तो त्ति / सुदहकरे अप्पहितं जो पुण करणे अजुत्तो उ // 2267 // तद. टूई संदेहो उप्पज्जति किण्णा एस सदो।।आओ उनएसो एरिसओ देसिओ समए // 26 // आह जिणकप्पियाण वि आ. इण्ण किंचि अन्थि अह स्थि / भण्णति ण अत्थी कि पुण आ. यरे जिणकम्यिताइण्ण // 2266 // आहार उवडिदेहे निरवेकसो गवारे णिज्जरापेडी / संघयणचिरियनुत्तो आइण्ण आयरति कप्प |Rom टंसण गाण चरिते तवे य तह भावणार समितीसु।