________________ [18] श्री भागम मुथा सिन्धुः नवमो विभाग, पिंडेणं पिंडो अजीवकप्पस संगुणो णियमा / मो डोलि दबपिंडो तम्य उसंसा इमा डोति // 15 // ईथालसतसहस्सा अट्ठावीस भवे सहस्साई / सत्तसया पचसहिया हाणाण मीसकप्पोम्म 1955 / जियोजयमीसगाणं कप्पाणण्णे वि भगसंजोगा / पत्तेयमसिगा नि यथब्बा माणुपुवीए, // 956 // पवावेरको एक्क एक्को अणेगा भणेग एक्कच / गाणेगे य तहा चउभंगा एव एस्केक्के // 957 // एव एक्कं एकास एक्कमणेगे वि एत्य के तहेव / चउभंगो थबो एक्वेक्के छण्ड तु पदाण // 15 // एक्कक्कसि पवावे मुडावेक्कं तु एक्कलि चेल / एत्य उ दुग मंजोगों चउभंगो होति णायव्वो // 959 // एवं दुतिय- चउपंच - धक्कजोप्पटिं जत्तिथा जेतु / संजोगा भंगाथा ते सव्ने होंति णेथव्वा 660 // पवावे मुंडेगं पध्वावगं च मुंडणेगे य / गो एक च नहा योगाणेगे य एमेव / / 961 // एमेव सेसगावी दुर्गातग - चउपंच-छक्क-मजोगा / बुद्धीएऽणुगंतव्चा सनेवि जहक्कमेणं तु // 962 / अच्चित्ते विय एवं एस्को एकस्स देति आहारं / एवं उवहीमादिसु मन्सुलि होति चउ भगा / / 963 टुगमादी संजोगा एत्यपि तहेव इंति विण्णेया / एमेक्को एक्कासि आहारादीणि देज्जाडे // 16 // एवं दुगमादीया णेया एत्यंनि मनन्मंजोगा / * एवं ता अच्चित्ते मीसेनि य बुद्धिए जोए / 965 // (एक्को पचाने आहारादी य देति एत्याचे तहेव / संजोगा पोयना जानतिया मभने तत्थ) एसो तु दवियंकप्यो तिविडो नि समामतो ममकमाओ / एत्तो समासतो. ऽहं वोच्छामी चित्तकय्यं तु // 66 // ज देवलोगरिसं सिनं णिप्पच्चवाइयं च / एसो तु खेतकप्यो देसा सलु अद्धछब्बीसं १९६७रायगिट्ट मगह चंपा अंगा तह तामलित्ति बंगा य / कंचणपुरं कलिंगा वाणारसि चेव कामी य॥९६८॥ साएय कोमला गजपुरं च कुळ सोरिय कुसहा य / कंपिल्लं पंचाला आहेछन्ता जंगला चेव // 269 बारबती य सुरहा मिडिल विदेडा यनच्छ कोसंबी / णोदिपुरं मंदिडभा भोहलपुरमेन मलथा य // 970 // अथराड बच्छ उरणा अच्छा तह मत्तियाजति दसण्णा / सोत्तियमती य चेती वीतभयं सिंधुसोवीरा // 971 // मडुरा य सूरसेणा पावा भंगी य सामोरे जदहा / सावत्थी य कुणाला कोडीनरिसंच लाढा य // 972 // सेयनिया विय गरी केततिमद्धं च भारियं भ. 獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎