________________ 264 ) ( श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: सप्तमो विभाग उवाइणावित्ता पुणरवि सूरिए अराणेणं तारिसएणं चेव णक्खत्तेणं जोयं जोएइ तंसि देसंसि 7 / ता जे णं अज्ज खत्तेणं सूरिए जोयं जोएइ जंसि देसंसि से णं इमाइं छत्तीसं सट्टाई राइंदियसयाइं उवाइणावित्ता पुणरवि से सूरिए तेणं णक्खत्तेणं जोयं जोएइ तंसि देसंसि 8 // सूत्रं 69 // ता जया णं इमे चंदे गइसमावराणए भवइ तया णं इयरेवि चंदे गइ समावरणए भवइ 1 / जया णं इयरेवि चंदे गइसमावराणए भवइ तया णं इमे वि चंदे गइ समावराणए भवइ 2 / ता जया णं इमे सूरिए गइसमावराणए ... भवइ तया णं इयरेवि सूरिए गइ समावराणए भवइ जया णं इयरे सूरिए गइ समावराणए भवइ तया णं इमेवि सुरिए गइ समावराणए भवइ 3 / एवं गहेवि, गक्खत्तेवि 4 / ता जया णं इमे चदे जुत्ते जोएणं भवइ तया णं इयरेवि चंदे जुत्ते जोएणं भवइ जया णं इयरे चंदे जुत्ते जोएणं भवइ तयाणं इमेवि चंदे जुत्ते जोएणं भवइ 5 / एवं सूरेवि, गहेवि णक्खत्तेवि 6 / सयावि णं चंदा जुत्ता जोएहि, सयावि णं सूरिया जुत्ता जोएहिं, सयावि णं गहा जुत्ता जोएहि, सयावि णं णक्खेत्ता जुत्ता जोएहि, दुहयो वि णं चंदा जुत्ता जोएहिं, दुहयो वि णं सुरा जुत्ता जोएहिं, दुहो वि गहा जुत्ता जोएहिं, दुहयो वि णं णक्खत्ता जुत्ता जोएहिं 7 / मंडलं सयसहस्सेणं अट्ठाणउयाए सएहिं छित्ता इच्चेस णक्खत्त खेत्तपरिभागे णक्खत्तविजए नाम पाहुडेत्ति अाहिए तिबेमि // सूत्रं 70 // दसमस्स पाहुडस्स बावीसतिमं पाहुडपाहुडं समत्तं // दसमं पाहुडं समत्तं // // इति दशमप्राभृते द्वाविंशतितमं प्राभृतप्राभृतम् // 10-22 // // इति दशमं प्राभृतम् // 10 //