________________ 364 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: षष्ठो विभागः रोवउत्ता, से तेण?णं, गोयमा ! एवं वुचति एवं जाव चउरिंदिया. णवरं चाखुदंसणं अब्भहियं चउरिदियाणंति 21 / पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिया जहा नेरइया, मणूसा * जहा जीवा, वाणमंतर-जोतिसिय-वेमाणिया जहा नेरइया 22 // सूत्रं 312 // पराणवणाए भगवईए एगोणतीसइमं उपयोगपयं समत्तं // // इति एकोनविंशतितमं पदम् // 29 // // अथ पश्यत्ताख्यं त्रिंशत्तमं पदम् // कतिविहा णं भंते ! पासण्या पराणत्ता ?, गोयमा ! दुविहा पासणया पन्नत्ता तंजहा-सागार-पासणया अणागार-पासणया य 1 / सागार-पासणया णं भंते ! कइविहा पन्नत्ता ?, गोयमा ! छविहा पराणत्ता, तंजहा-सुयणाणसागार-पासणया श्रोहिणाण-सागार-पासणया मणपजवणाण-सागार-पासणया केवलणाण-सागार-पासणया सुयशराणाण-सागार-पासणया विभंगणाण-सागार-पासणया 2 / अणागार-पासणया णं भंते ! कइविधा पन्नत्ता ?, गोयमा ! तिविहा पन्नत्ता, तंजहा-चक्खुदंसणणागारपासणया श्रोहिदंसणयणागारपासणया केवलदसणणागारपासणया, एवं जीवाणंपि 3 / नेरइयाणं भंते ! कतिविधा पासणया पराणता ?, गोयमा ! दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-सागारपासणया अणागारपासणया 4 / नेरइयाणं भंते ! सागारपासणया कइविहा पनत्ता ?, गोयमा ! चउबिहा पन्नत्ता, तंजहा-सुयणाणसागार-पासणया श्रोहिणाणसागार-पासणया सुअण्णाणसागार-पासणया विभंगणाणसागर-पासणया 5 / नेरझ्याणं भंते ! अणागारपासणया कतिविहा पन्नत्ता ?, गोयमा ! दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-चक्खुदंसणणागारपासणया योहिदंसणणागारपासणया, एवं जाव थणियकुमारा 6 / पुढवि. काइयाणं भंते ! कतिविहा पासणया पन्नत्ता ?, गोयमा ! एगा सांगारपास