________________ 330 ) [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / षष्ठो विभागः तंजहा-गतिनामे 1 जातिनामे 2 सरीरनामे 3 सरीरोवंगनामे 4 सरीर. बंधणनामे 5 सरीरसंघयणनामे 6 संघायणनामे 7 संठाणनामे 8 वराणणामे 1 गंधणामे 10 रसणामे 11 फासणामे 12 अगुरुलघुनामे 13 उवघायणामे 14 पराघायणामे 15 श्राणुपुविणामे 16 उस्सासणामे 17 यायवणामे 18 उज्जोयणामे 11 विहायगतिणामे 20 तसनामे 21 थावरणामे 22 सुहुमनामे 23 बादरणामे 24 पजत्तणामे 25 अपजत्तणामे 26 साहारणसरीरणामे 27 पत्तेयसरीरणामे 28 थिरणामे 21 अथिरणामे 30 सुभणामे 31 असुभणामे 32 सुभगणामे 33 दुभगणामे 34 सूसूरनामे 35 दूसरनामे 36 श्रादेजनामे 37 अणादेजनामे 38 जसोकित्तिणामे 31 अजसोकित्तिणामे 40 णिम्माणणामे 41 तित्थगरणामे 42, 15 / गतिनामे णं भंते ! कम्मे कतिविहे पन्नत्ते ?, गोयमा ! चउब्बिहे पन्नत्ते, तंजहानिरयगतिनामे तिरियगतिनामे मणुयगतिनामे देवगतिणामे 16 / जातिणामे णं भंते ! कम्मे पुच्छा, गोयमा ! पंचविहे पन्नत्ते, तंजहा-एगिदियजातिणामे जाव पंचिंदियजातिणामे 17 / सरीरनामे णं भंते ! कम्मे कतिविधे पन्नत्ते?, गोयमा ! पंचविहे पन्नते, तंजहा-थोरालियसरीरनामे जाव कम्मगसरीरणामे 18 / सरीरोवंगनामे णं भंते ! कतिविधे पन्नत्ते ?, गोयमा ! तिविधे पन्नत्ते, तंजहा-थोरालियसरीरो(रंगो)वंगणामे वेउब्वियसरीरो(रंगो)वंगनामे थाहारगसरीरो(रंगो)वंगनामे 11 / सरीरबंधणनामे णं भंते ! कतिविहे पराणते ?, गोयमा ! पंचविधे पन्नत्ते, तंजहा-योरालियसरीरबंधणणामे जाव कम्मगसरीरबंधणनामे 20 / सरीरसंघायनामे णं भंते ! कतिविधे पन्नत्ते ?, गोयमा! पंचविधे पन्नत्ते, तंजहा-योरालियसरीरसंघायनामे जाव कम्मगसरीरसंघायनामे 21 / संघयणनामे णं भंते ! कतिविधे पनत्ते ?, गोयमा ! छविहे पत्नत्ते, तंजहा-वइरोसभनाराय-संघयणनामे उसहनाराय-संघयणनामे नाराय-संघयणनामे अद्धनाराय-संघयणनामे कीलिया-संघयणनामे छेवट्ठ-संघयणनामे 22 /