________________ [93 श्रीमस्त्रज्ञापनोपाङ्ग-सूत्रम् :: पदं 3 / / अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा परित्ता नोपरित्तानोअपरित्ता अणंतगुणा, अपरित्ता अणंतगुणा / दारं 16 // सू० 74 // एएसि णं भंते ! जीवाणं पजत्ताणं अपजत्ताणं नोपजत्तनोअपजत्ताण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा नोपज्जत्तनोअपजत्तगा अपज्जत्तगा अणंतगुणा पजत्नगा संखिजगुणा / दारं 17 // सू० 75 // एएसि णं भंते ! जीवाणं सुहुमाणं बायराणं नोसुहुमनोवायराण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! सम्वत्थोवा जीवा नोसुहुमानोवायरा बायरा अणंतगुणा सुहुमा असंखेनगुणा। दारं 18 // सू० 76 // एएसि णं भंते ! जीवाणं सन्नीणं असन्नीणं नोसन्नीनोग्रसन्नीण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा सन्नी नोसन्नीनोग्रसन्नी श्रणंतगुणा असन्नी अणंतगुणा / दारं 11 // सू० 77 // एएसि णं भंते ! जीवाणं भवसिद्धियाणं अभवसिद्धियाणं नोभवसिद्धियनोअभवसिद्धियाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा अभवसिद्धिया णोभवसिद्धियणोप्रभवसिद्धिया अणंतगुणा भवसिद्धिया अणंतगुणा / दारं 20 ॥सू० 78 // एएसि णं भंते! धम्मत्थिकाय-अधम्मत्थिकाय--यागासत्थिकाय-जीवत्थिकाय--पोग्गलस्थिकायश्रद्धासमयाणं दबट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ?,गोयमा ! धम्मस्थिकाए अधम्मत्थिकाए भागासस्थिकाए य एएणं तिनिऽवि तुल्ला दबट्टयाए सव्वत्थोवा, जीवत्यिकाए दबट्टयाए अणंतगुणे, पोग्गलस्थिकाए दवट्टयाए अणंतगुणे, श्रद्धासमए दवट्ठयाए अणंतगुणे 1 / एएमि णं भंते ! धम्मत्थिकाय-अधम्मत्यिकाय-यागासस्थिकाय-जीवत्थिकायपोग्गलत्थिकाय-अद्धासमयाणं पएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा