________________ 262 / -: " | श्रीमदागमसुधासिन्धुः पञ्चमो बिमागो रत्ततलोवइत-मउय-मंसल-पसत्थलक्खण-सुजाय-अच्छिद्दजालपाणीपीवरखट्टियसुजाय-कोमलवरंगुलीया तंबतलिण-सुचि-रुइर-णिद्धणक्खा चंदपाणिलेहा सूरपाणिलेहा संखपाणिलेहा चकपाणिलेहा दिसासोअस्थियपाणिलेहा चंदसूर-संख-चक्क-दिसासोअस्थिय-पाणिलेहा श्रणेग-वरलक्खणुत्तम-पसत्थसुचिरतियपाणिलेहा वरमहिस-वराह-सीह-सदूल-उसभ-णाग-वरपडिपुन्न-विउ. ल-उन्नत-मइंदखंधा चउरंगुल-सुप्पमाण-कंबुवरसरिसगीवा-अवट्टित-सुविभत्तसुजात-चित्त-मंसू-मंसल संठिय-पसत्थ-सद्ल-विपुल हणुयायो तवितसिलप्पवालबिंबफल-सन्निभाहरोट्ठा पंडुर-ससि-सगल-विमल-निम्मल-संख-गोखीर-फेण-दग-. रयमुणालिया धवलदंतसेढी अखंडदंता अफुडियदंता अविरलदंता सुजातदंता एगदंतसेढिव्व श्रोगदंता हुतवह-निद्धंतघोततत्त-तवणिज-रत्ततलतालुजीहा गरुलाययउज्जुतुगणासा अवदालिय-पोंडरीयणयंणा कोकासित-धवलपत्तलच्छा प्राणामिय-चाव-रुइल-किराह-पूराइय-संठिय-संगत-बायत-सुजात-तणुकसिण-निद्धभुमया अल्लीणप्पमाण जुत्तसवणा सुस्सवणा पीण-मंसल-कवोलदेसभागा अचिरुग्गय-बालचंद-संठिय-पसत्थ-विच्छिन्न-समणिडाला उडुवतिपडिपुराण-सोमवदणा छत्तागोरुत्त-मंगदेसा घणणिचिय-सुबद्ध-लक्खणुराणयकूडागार-णिभ-पिडियसिस्से दाडिमपुप्फ-पगास-तवणिज-सरिसनिम्मल-सुजायकेसंतकेसभूमी सामलि-बोंड-घणणिचिय-छोडिय-मिउविसय-पमत्थ-सुहुमलक्खण-सुगंध-सुदर-भुयमोयग-भिंगणील-कजल-पहटुभमरगणणिद्ध-णिकुरुंबनिचिय-कुचिय-पदाहिणावत्तमुद्धसिरया लक्खण-वंजण गुणोववेया-सुजायसुविभत्त-सुरूवगा(संगतंगा) पासाइया दरिसणिज्जा अभिरुवा पडिरूवा, ते णं मणुया हंसस्सरा कोंचस्सरा नंदिघोसा सीहस्सरा सीहघोसा मंजुस्सरा मंजुघोसा सुस्सरा सुस्प्तरणिग्घोसा छायाउजोतियंगमंगा वजरिसभनारायसंघयणा समचउरंससंगणसंठिया.सिणिछवी णिरायंका उत्तमपसत्थअइसेसनिरुवमतणू जल्ल-मल-कलंक-सेयरय-दोसजियसरीरा निरुवमलेवा अणुलोमवाउवेगा