________________ श्रीजीवाजीवाभिगम-सूत्रम् :: द्वितीया प्रतिपत्तिः ] [ 231 नो चेव णं सबपोग्गलेहिं विजढा, एवं जाव अधेसत्तमा 4 // सू० 77 // इमा णं भंते ! रयणप्पभा पुढवी किं सासया असासया ?, गोयमा ! सिय सासता सिय असासया 1 / से केण?णं भंते ! एवं वुचइ-सिय सासया सिय असासया ?, गोयमा ! दबट्टयाए सासता, वराणपजवेहिं गंधपजवेहि रसपजवेहिं फासपनवेहि असासता, से तेण?णं गोयमा ! एवं वुचतितं चेव जाब सिय असासता, एवं जाव अधेसत्तमा 2 / इमा णं भंते ! रयणप्पभापुढवी कालतो केवचिरं होइ ?, गोयमा ! न कयाइ ण ासि ण कयाइ पत्थि ण कयाइ ण भविस्सति 3 / भुविं च भवइ य भविस्सति य धुवा णियया सासया अक्खया अव्वया अवट्ठिता णिचा, एवं जाव अधेसत्तमा 4 // सू० 78 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए वरिल्लातो चरिमंतातो हेछिल्ले चरिमंते एस णं केवतियं अबाधाए अंतरे पराणते ?, गोयमा ! असिउत्तरं जोयणसतसहस्सं अबाधाए अंतरे पराणत्ते 1 / इमी से णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए उवरिल्लातो चरिमंतायो खरस्स कंडस्स हेट्ठिल्ले चरिमंते एस ण केवतियं बाधाए अंतरे पराणते ?, गोयमा ! सोलस जोयणसहस्साई अबाधाए अंतरे पराणत्ते 2 / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए उवरिल्लातो चरमंतायो रयणस्स कंडरस हेट्ठिले चरिमंते एस णं केवतियं अबाधाए अंतरे पराणत्ते ?, गोयमा ! एक्कं जोयणसहस्सं अबाधाए अंतरे पाणते 3 / इमोसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए उवरिल्लातो चरिमंतातो वइरस्स कराडस्स उवरिल्ले चरिमंते एस णं केवतियं अबाधाए अंतरे पराणते ?, गोयमा ! एक्कं जोयणसहस्सं अबाधाए अंतरे पन्नत्ते 4 / इमीसे णं रयणप्पभाए पुढवीए उवरिल्लायो चरि. मंतायो वइरस्स कंडस्स हेडिल्ले चरिमंते एस णं भंते ! केवतियं अबाधाए अंतरे पन्नत्ते ?, गोयमा ! दो जोयणसहस्साई इमीसे णं अबाधाए अंतरे पराणत्ते, एवं जाव रिट्ठस्स उवरिल्ले पनरस जोयणसहस्साई, हेट्ठिल्ले