________________ 470 ] ( श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: तृतीयो विभागः 3 अणंतरं उव्वेट्टित्ता कहिं गच्छिहिति ?, कहिं उववज्जिहिति ?, गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिति जाव अंतं काहिति 5 / सेवं भंते ! सेवं भंतेत्ति जाव विहरति // सूत्रं 412 // // इति त्रयोदशमशतके षष्ठ उद्देशकः // 13-6 // // अथ त्रयोदशमशतके भाषाभिधः सप्तमोद्देशकः // रायगिहे जाव एवं वयासी-आया भंते ! भासा अन्ना भासा ?, गोयमा ! नो पाया भासा अन्ना भासा 1 / रूवि भंते ! भासा अरूवि भासा ?, गोयमा ! रूवि भासा नो अरूवि भासा 2 / सचित्ता भंते ! भासा अचित्ता भासा ?, गोयमा ! नो सचित्ता भासा अचित्ता भासा 3 / जीवा भंते ! भासा अजीवा भासा ?, गोयमा ! नो जीवा भासा अजीवा भासा 4 / जीवाणं भंते ! भासा अजीवाणं भासा ?, गोयमा ! जीवाणं भासा नो अजीवाणं भासा 5 / पुब्बिं भंते ! भासा भासिन्जमाणी भासा भासासमयवीतिक्कता भासा ?, गोयमा ! नो पुवि भासा भासिन्जमाणी भासा णो भासासमयवीतिक्कता भासा 6 / पुदि भंते ! भासा भिजति, भासिन्जमाणी भासा भिजति, भासासमयवीतिक्कता भासा भिजति ?, गोयमा ! नो पुवि भासा भिजति भासिज्जमाणी भासा भिजइ नो भासासमयवीतिवकता भासा भिजति 7 / कतिविहा णं भंते ! भासा पराणत्ता ?, गोयमा ! चउविहा भासा पराणत्ता, तंजहा-सच्चा मोसा सच्चामोसा असच्चामोसा 8 ॥सूत्रं 413 // पाया भंते ! मणे अन्ने मणे ?, गोयमा ! नो पाया मणे अन्ने मणे जहा भासा तहा मणेवि जाव नो अजीवाणं मणे 1 / पुदि भंते ! मणे मणिजमाणे मणे ?, एवं जहेव भासा 2 / पुब्बि भंते ! मणे भिजति मणिजमाणे मणे भिजति मणसमयवीतिक्कते मणे भिन्नति ?, एवं जहेव भासा 3 / कतिविहे णं भंते ! मणे पराणत्ते ?, गोयमा ! चउब्विहे मणे