________________ 840 ] . [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / तृतीयो विभागः // 41-45148 // पम्हलेस्सेहिवि चत्तारि उद्देसमा // 41-41152 / / सुक्कलेस्सेहिवि चत्तारि उद्देसगा प्रोहियसरिसा, एवं एएवि भव. सिद्धिएहिवि अट्ठावीसं उद्देसगा भवंति 1 / सेवं भंते ! 2 ति जाव विहरइ 2 // 41-5356 // अभवसिद्धिय-रासीजुम्म-कडजुम्मनेरइया णं कयो उववज्जति जहा पढमो उद्दे सगो नवरं मणुस्सा नेरइया य सरिसा भाणियव्या 1 / सेसं तहेव / सेवं भंते ! 2 जाव. विहरइ 2 / एवं चउसुवि जुम्मेसु चत्तारि उद्देसगा 3 / कराहलेस्स-अभवसिद्धिय-रासीजुम्मकडजुम्मनेरइया णं भंते ! कत्रो. उववज्जति ?, एवं चेव चत्तारि उद्देसगा 4 / एवं नीललेस्स-प्रभवसिद्धिय-रासीजुम्म-कडजुम्मनेरझ्याण चत्तारि उद्दे सगा 5 / काउलेस्सेहिवि चत्तारि उद्देसगा 6 / तेउलेस्सेहिवि चत्तारि उद्दे सगा-७ / पम्हलेस्सेहिवि चत्तारि उद्दे सगा 8 / सुकलेस्सअभवसिद्धिएवि चत्तारि उद्देसगा 1 / एवं एएसु अट्ठावीसाएवि अभवसिद्धियउद्दसएसु मणुस्सा नेरइयगमेणं नेयव्वा 10 / सेवं भंते ! 2 ति जाव विहरइ 11 / एवं एएवि अट्ठावीस उद्दे सगा 12 // 41-57/84 / / सम्मदिट्ठी-रासीजुम्मकडजुम्मनेरइया णं भंते ! को उववज्जति ?, एवं जहा पढमो उद्दसत्रो एवं चउसुवि जुम्मेसु चत्तारि उद्देसगा भवसिद्धियसरिसा कायदा 1 / सेवं भंते ! 2 ति जाव विहरइ 2 / कराहलेम्ससम्मदिट्ठी-रासीजुम्मकडजुम्मनेरझ्या णं भंते ! कत्रो उववज्जति ?, एएवि कराहलेस्ससरिसा चत्तारिवि उद्देसगा कायव्वा 3 / एवं सम्मदिट्ठीसुवि भवसिद्धियसरिसा अट्ठावीसं उद्दे सगा कायव्वा 4 / सेवं भंते ! सेवं भंतेत्ति जाब विहरइ 5 // 41-85 / 112 // मिच्छादिट्ठी-रासीजुन्म-कडजुम्मनेरझ्या णं भंते ! कत्रो उववज्जति ?, एवं एथवि मिच्छादिठ्ठि अभिलावेणं अभवसिद्धियसरिसा अट्ठावीसं उद्देसगा कायवा 1 / सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति जाव विहरइ 2 // 41-113/140 // कराहपक्खिय-रासी. उद्देसएसु मा एएवि अावा भंते ! का भवसिद्धि