________________ श्रीमद्व्याख्याप्रज्ञप्ति (श्रीमद्भगवति) सूत्रं : शतकं 25 : उद्देशकः 1 / [711 भंते ! संसारसमावन्नगा जीवा पन्नत्ता ?, गोयमा ! चोदसविहा संसारसमाबन्नगा जीवा य, तंजहा-सुहुमत्रप्पजत्तगा 1 सहुमपज्जत्तगा 2 बादरअपजत्तगा 3 बादरपजत्तगा 4 बेइंदिया अप्पजत्ता 5 बेइंदिया पजत्ता 6 एवं तेइंदिया 8 एवं चरिंदिया 10 असन्निपंचिंदिया अप्पजत्तगा 11 यमन्निपंचिंदिया पजत्तगा 12 सन्निपंचिंदिया अपजत्तगा 13 सन्निपंचिंदिया पजत्तगा 14, 1 / एतेसि णं भंते ! चोदसविहाणं संसारसमावनगाणं जीवाणं जहन्नुक्कोसगस्स जोगस्स कयरे 2 जाव विसेसाहिया ?, गोयमा ! सव्वत्थोवे सुहुमस्म अपजत्तगस्स जहन्नए जोए 1 बादरस्स अपजत्तगस्स जहन्नए जोए असंखेंजगुणे 2 दियस्स अपजत्तगस्स जहन्नए जोए असंखेज्जगुणे 3 एवं तेइंदियस्स 4 एवं चउरिदियस्स 5 असन्निस्स पंचिदियस्स अपजत्तगस्स जहन्नए जोए असंखेजगुणे 6 सन्निस्स पंचिदियस्स अपज्जत्तगस्स जहन्नए जोए असंखेजगुणे 7 सुहुमस्स पजत्तगस्स जहन्नए जोए असंखेजगुणे 8 बादरस्स पजत्तगस्स जहन्नए जोए असंखेजगुणे. 1 सुहुमस्स अपजत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेजगुणे 10 बादरस्स अपजत्तगस्स उकोसए जोए असंखेजगुणे 11 सुहुमस्स पजत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेज. गुणे 12 बादरस्स पजत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेजगुणे 13 बेंदियस्स पजत्तगस्स जहन्नए जोए असंखेजगुणे 14 एवं तेंदिय एवं जाव सन्निपंचिदियस्स पजत्तगस्स जहन्नए जोए असंखेजगुणे 18 दियस्स अपज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेजगुणे 11 एवं तेंदियस्सवि 20 एवं चउरिदियस्सवि 21 एवं जाव सन्निपंचिंदियस्स अपज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेजगुणे 23 बेंदियस्स पजत्तगस्स उक्कोसप जोए असंखेजगुणे 24 एवं तेइंदियस्सवि पज्जत्तगस्स उक्कोसए जोए असंखेजगुणे 25 चउरिंदियस्स पजत्तगस्स उक्कोसए असंखेजगुणे 26 असन्निपंचिंदियपज्जत्तगस्स उकोसए जोए असं खेजगुणे 27 एवं सन्निपंचिंदियस्स पजत्तगस्स उवकोसए जोए असंखेज