________________ 644 ] __ [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / तृतीयो विमागः हिया वा ?, गोयमा ! सव्वत्थोवा पुढविकाइया छक्केहिं समजिया छक्केहि य नोछक्केण य समजिया संखेजगुणा एवं जाव वणस्सइकाइयाणं, बेइंदियाणं जाव वेमाणियाणं जहा नेरझ्याणं 14 / एएसि णं भंते ! सिद्धाणं छक्कसमजियाणं नोछक्कसमजियाणं जाव छक्केहि य नोछक्केण य समन्जियाण य कयरे 2 जाव विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! सव्वत्थोवा सिद्धा छक्केहि य नोछक्केण य समजिया छक्केहिं समजिया संखेजगुणा छक्केण य नोछक्केण य समजिया संखेजगुणा छक्कसमज्जिया संखेज्जगुणा नोछक्कसमजिया संखेजगुणा 15 / नेरइया णं भंते ! किं बारससमजिया 1. नोवारससमजिया 2 बारसएण य नोबारसरण य समन्जिया 3 बारसएहिं समजिया 4 बारसएहि नोवारसएण य समजियावि 5 ?, गोयमा ! नेरतिया बारससमज्जियावि जाव बारसएहि य समजियावि 16 / से केण?णं जाव समजियावि ?, गोयमा ! जे णं नेरइया बारसरणं पवेसणएणं पविसंति ते णं नेरइया बारससमजिया 1 जे णं नेरइया जहन्नेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहि वा उक्कोसेणं एकारसरणं पवेसणएणं पविसंति ते गं नेरइया नोबारससमजिया 2 जे णं नेरइया बारसएणं अन्नेण य जहन्नेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहि वा उक्कोसेणं एकारसएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं नेरइया बारसएण य नोवारसएण य समजिया 3 जे णं नेरइया ोगेदिं बारसएहिं पवेसणगं पविसंति ते णं नेरतिया बारसएहिं समजिया 4 जे णं नेरइया णेगेहिं बारसएहिं अन्नेण य जहन्नेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं एकारसएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं नेरइया बारसएहि य नोवारसपण य समजिया 5, से तेणटेणं जाव समन्जियावि, एवं जाव थणियकुमारा 17 / पुढविकाइयाणं पुच्छा गोयमा ! पुढविकाइया नोवारससमजिया 1 नो नोबारससमजिया 2 नो बारसएण य समज्जिया 3 बारसएहिं समज्जिया 4 बारसेहि य नो