________________ श्रीमद्व्याख्याप्रज्ञप्ति (श्रीमद्भगवती) सूत्रं " शतकं 12 : उ० 10 ] [ 441 दसणे, गोयमा ! आया नेरइयाणं नियमा दंसणे दंसणेवि से नियम श्राया एवं जाव वेमाणियाणं निरंतरं दंडयो 6 // सूत्रं 468 // श्राया भंते ! रयणप्पभापुढवी अन्ना रयणप्पभा पुढवी ?, गोयमा ! रयणप्पभा सिय आया सिय नो श्राया, सिय अवत्तव्वं श्रायाति य नो आयाइ य 1 / से केणठेणं भंते ! एवं वुच्चइ रयणप्पभा पुढवी सिय पाया सिय नो पाया, सिय अवत्तव्वं श्रातातिय नो श्रातातिय ?, गोयमा ! अप्पणो अादिठे श्राया परस्स आदिठे नो अाया, तदुभयस्स श्रादिठे अवत्तव् रयणप्पभा पुढवी श्रायातिय नो अायाति य, से तेणठेणं तं चेव जाव नों श्रायातिय 2 / श्राया भंते ! सकरप्पभा पुढवी जहा रयणप्पभा पुढवी तहा सकरप्पभाएवि एवं जाव अहे सत्तमा 3 / श्राया भंते ! सोहम्मकप्पे पुच्छा, गोयमा। सोहम्मे कप्पे सिय पाया सिय नो पाया जाव नो पायाति य 5 / से केणठेणं भंते ! जाव नो आयातिय ?, गोयमा ! अप्पणो अाइठे पाया परस्स प्राइठे नो पाया, तदुभयस्स श्राइठे अवत्तव्वं, प्राताति य नो श्राताति य, से तेण?णं तं चेव जाव नो आयाति य, एवं जाव अच्चुए कप्पे 6 / श्राया भंते ! गेविजविमाणे अन्ने गेविजविमाणे एवं जहा रयणप्पभा तहेव, एवं अणुत्तरविमाणावि, एवं ईसिपब्भारावि 7 / श्राया भंते ! परमाणुपोग्गले अन्ने परमाणुपोग्गले ? एवं जहा सोहम्मे कप्पे तहा परमाणुपोग्गलेवि भाणियब्वे 8 / श्राया भंते ! दुपएसिए खंधे अन्ने दुपएसिए खंधे ?, गोयमा ! दुपएसिए खंधे सिय पाया 1 सिय नो. पाया 2 सिय अवत्तव्यं पायाइ य नो श्रायातिय 3 सिय अाया य नो आया य 4 सिय पाया य अवत्तव्वं श्रायाति य नो. श्रायाति य 5 सिय नो पाया य अवत्तव्वं श्रायाति य नो श्रायाति य 6, 1 / से केगा?णं भंते ! एवं तं चेव जाव नो श्रायाति य अवत्तव्वं श्रायाति य नो श्रायाति य, गोयमा ! अप्पणो श्रादितु श्राया 1 परस्स श्रादितु नो पाया 2 56 .