________________ 420 ] - [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / द्वितीयो विभागः संखेनहा कन्जमाणे संखेजा परमाणुपोग्गला भवंति 10 / असंखेजा भंते ! परमाणुपोग्गला एगययो साहणंति एगययो साहणित्ता किं भवति ?, गोयमा ! असंखेजपएसिए खंधे भवति, से भिजमाणे दुहावि जाव दसहावि संखेजहावि असंखेजहावि कन्जइ, दुहा कंजमाणे एगयंत्रों परमाणुपोग्गले एगयो असंखेजपएसिए भवति जाव अहवा एगयो दसपएसिए एगययो असंखिजपएसिए भवति अहवा एगययो संखेजपएसिए खंधे एगययो असंखेजपएसिए खंधे भवति अहवा दो असंखेजपएसिया खंधा भवंति, तिहा कज्जमाणे एगययो दो परमाणुपोग्गला एगयो असंखेजपएसिए भवति ग्रहवा एगयो परमाणुपोग्गले एगयत्रो दुपएसिए एगयो असंखिजपएसिए भवति जाव ग्रहवा एगयो परमाणुपोग्गले एगययो दसपएसिए एगयो असंखेजपएसिए भवति ग्रहवा एगे परमाणुपोग्गले एगे संखेजपएसिए एगे असंखेजपएसिए भवति अहवा एगे परमाणुपोग्गले एगयो दो असंखेजपएसिया खंधा भवंति अहवा एंगे दुपएसिए एगयो दो असंखेजपएसिया भवंति एवं जाव अहवा एगे संखेजपएसिए भवति एगयो दो असंखिजपएसिया खंधा भवंति अहवा तिन्नि असंखेजपएसिया भवंति, चउहा कज्जमाणे एगययो तिन्नि परमाणुपोग्गला एगययो असंखेजपएसिए भवति एवं चउकगसंजोगो जाव दसंगसंजोगो एए जहेव संखेजपएसियस्स नवरं असंखेजगं एगं अहिगं भाणियव्वं जाव अहवा दस असंखेजपएसिया खंधा भवंति, संखेजहा कजमाणे एगययो संखेजा परमाणुपोग्गला एगययो असंखेजपएसिए खंधे भवति अहवा एगयो संखेना दुपएसिया खंधा एगययों असंखेजपएसिए खंधे भवति एवं जाव ग्रहवा एगययो संखेजा दसपएसिया खंधा एगययो असंखेजपएसिए खंधे भवति ग्रहवा एगययो संखिजा संखिजपएसिया खंधा एगयो असंखिजपएसिए खंधे भवति यहवा संखेजा असंखेजपएसिया खंधा भवंति,