SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 321
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 3.] Fभीमदागमसुधासिन्धुः द्वितीयो विभागा गंगेया ! णो संतरं पुढविकाइया उववति निरंतरं पुढविकाइया उव्वदृति, एवं जाव वणस्सइकाइया नो संतरं निरंतरं उबट्टांति 2 / संतरं भंते ! बेइंदिया उव्वट्टीति निरंतरं दिया उवट्टति ?, गंगेया ! संतरंपि बेइंदिया उव्वट्टीति निरंतरंपि बेइंदिया उव्वट्टांति, एवं जाव वाणमंतरा 3 / संतरं भंते ! जोइसिया चयंति ? पुच्छा, गंगेया ! संतरपि जोइसिया चयंति निरंतरंपि जोइसिया चयंति, एवं जाव वेमाणियावि 4 // सूत्रं 372 // कइविहे णं भंते ! पवेसणए पनत्ते ?, गंगेया ! चउबिहे पवेसणए पन्नत्ते, तंजहा-नेरइयपवेसणए तिरियजोणियपवेसणए मणुस्सपवेसणए देवपवेसणए 1 / नेरइयपवेसणए णं भंते ! कहविहे पन्नत्ते ?, गंगेया ! सत्तविहे पन्नत्ते, तंजहा-रयणप्पभा-पुढवि-नेरइयपवेसणए जाव अहेसत्तमा-पुढवि-नेरइयपवेसणए 2 / एगे णं भंते ! नेरइए नेरइयपवेसणएणं पविसणमाणे किं रयणप्पभाए होजा सकरप्पभाए होजा जाव अहेसत्तमाए होजा ?, गंगेया ! रयणप्पभाए वा होजा जाव अहेसत्तमाए वा होजा 3 / दो भंते ! नेरइया नेरइयपवेसणएणं पविसमाणा किं रयणप्पभाए होज्जा जाव अहेसत्तमाए होजा ?,गंगेया ! रयणप्पभाए वा होजा जाव अहेसत्तमाए वा होजा, हवा एगे रयणप्पभाए एगे सकरप्पभाए होजा हवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयपप्पभाए होजा जाव एगे रणयप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होजा, हवा एगे सकरप्पभाए एगे वालुयप्पभाए होजा जाव ग्रहवा एगे सकरप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होजा, श्रहवा एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए होजा एवं जाव अहवा एगे वालुयप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होजा, एवं एक्केका पुढवी छड्ड यवा जाव अहवा एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होजा 4 / तिन्नि भंते / नेरइया नेरइयपवेसणएणं पविसमाणा किं रयणप्पभाए होजा जाव अहेसत्तमाए होजा ?, गंगेया ! रयणप्पभाए वा होजा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा, अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए होज्जा जाव अहवा एगे रयणप्पभाए दो अहेसत्तमाए
SR No.004363
Book TitleAgam Sudha Sindhu Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendravijay Gani
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year1976
Total Pages468
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy