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________________ * * सादर समर्पण * ** xx तपोनिधि पू. पन्न्यास श्री मणिविजयजी दादाना शिष्यरत्नपूज्यपाद शासनशिरोमणि पंन्यास श्री बुद्धिविजयजी __ (वुटेरायजी) गणिवरना शिष्यरत्न विद्वान् चारित्ररत्न निस्पृहीशिरोमणि प्रखरप्रभावशाली प्रदादागुरुदेव... पूज्य पन्न्यास श्री आणंदविजयजी गणिवर जेओश्रीए विद्वद्वर्य पू. पं. श्री मणिविजयजी गणिवरनी पासे संयम लइ महानतपोनिधि पू. प. श्री बुडिविजयजी (बुटेरायजी) गणिवरना शिष्यरत्न बनी, तेओश्रीना तथा पू पं. श्री मुक्तिविजयजी गणिवरना सानिध्यमा प्रभावना करी, 1947 मां लींबडीमां गणी पन्न्यास पद पामी जैन शासननी भव्य आराधना करी करावी जीवन धन्य बनाव्यु छे. तेओश्रीनी पुनीत स्मृतिमा शी म सुधा सिन्धु बीजो विभाग सादर कोटिशः वंदना साथै समर्पण करी कृतकृत्यता अनुभवु छु. गुरुचरणचंचरिक जिनेन्द्रविजय
SR No.004363
Book TitleAgam Sudha Sindhu Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendravijay Gani
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year1976
Total Pages468
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size11 MB
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