________________ // अहम् // // गणधरदेव श्रीमत्सुधर्मस्वामिनिर्मितम् // // श्रीमत्स्थानाङ्गसूत्रम् // . // अथ प्रथममेकस्थानाख्यमध्ययनम् / / सुयं मे पाउस ! तेणं भगवता (वमक्खाये ॥सू० 1 // एगे पाया ॥सू. 2 // एगे दंडे ॥सू० 3 // एगा किरिया ॥सू० 4 // एगे लोए ॥सू० 5 // एगे थलोए ॥सू० 6 // एगे धम्मे ॥सू० 7 // एगे अधम्मे ॥सू. 8 // एगे बंधे ॥सू० 1 // एगे मोक्खे ॥सू० 10 // एगे पुराणे ॥सू० 11 // एगे पावे ॥सू० 12 // एगे पासवे ।।सू० 13 // एगे संवरे ॥सू० 14 // एगा वेयणा ॥सू० 15 // एगा निजरा ॥सू० 16 // // 1 // एगे जीवे पाडिकएणं (पडिक्खएण) सरीरएणं ॥सू० 17 // एगा जीवाणं अपरिपाइत्ता विगुव्वणा ॥सू. 18 // एग मणे ॥सू० 11 // एगा वई ॥सू० 20 // एगे कायवायामे ॥सू० 21 // एगा उप्पा ॥सू० 22 // एगा वियती ।।सू० 23 / / एगा वियचा ॥सू. 24 // एगा गती ॥सू. 25 // एगा भागती॥सू० 26 // एगे चयणे ॥सू० 27 // एगे उववाए ॥सू० 28 // एगा तका ॥सू० 21 // एगा सन्ना ॥सू० 30 // एगा मन्ना ॥सू० 31 // एगा विन्नू ॥सू० 32 // एगा वेयणा ॥सू० 33 // एगा छेयणा ॥सू० 34 // एगा भेयणा ॥सू० 35 // एगे मरणे अंतिमसारीरियाणं ॥सू० 36 // एगे संसुद्धे यहाभूए पत्ते ॥सू० 37 // एगेरगे)दुक्खे (एगहवखे) जीवाणं एग(गे)भूए सू० 38 // एगा अहम्मपडिमा जं से, (जंसि) पाया परिकिलेसति ॥सू० 36 // एगा धम्मपडिमा जं से श्रायापजवजाए ॥सू० 40 // एगे मणे देवासुरमणुयाणं तंसि तंसि समयंसि एगावइ एगे कायवायामे ॥सू० 41 // एगे उट्ठाणकम्मबलवीरियपुकारपर