________________ श्रीमत्स्थानाङ्गसूत्रम् :: श्रुतस्कंधः 2 अध्ययनं 6 ] [ 275 जाव दो भरणीयो / दो अग्गी दो पयावती दो सोमा दो रुदा दो अदिती दो बहस्सती दो सप्पी दो पीतो दो भगा दो अजमा 10 दो सविता दो तट्ठा दो वाऊ दो इंदगी दो मित्ता दो इंदा दो निरती दो ग्राऊ दो विस्सा दो बम्हा 20 दो विराहू दो व दो वरुणा दो या दो विविद्धी दो पुस्सा दो अस्सा दो यमा 28 / दो इंगालगा दो वियालगा दो लोहिनक्खा दो सणिचरा दो याहुणिया दो पाहुणिया दो कणा दो कणगा दो कणकणगा दो कणगविताणगा 10 दो कणगसंताणगा दो सोमा दो महिया दो बासासणा दो कजोवगा दो कबडगा दो अयकरगा दो दुदु. भगा दो संखा दो संखवना 20 दो संखवन्नाभा दो कंसा 40 दो कंसबना दो कंसवन्नाभा दो रुप्पी दो सप्पाभासा दो णीला दो णीलोभासा दो भासा दो भासरासी 30 दो तिला दो तिलपुष्फवराणा 30 दो दगा दो दगपंचवन्ना दो काका दो कक्कंधा दो इंदग्गी (वा) दो धूमकेऊ दो हरी दो पिंगला 40 दो बुद्धा दो सका दो बहस्सती दो राहू दो अगत्थी दो माणवगा दो कासा दो फासा दो धुरा दो पमुहा 50 दो वियडा दो विसंधी दो नियल्ला दो पइला दो जडियाइलगा दो अरुणा दो अग्गिल्ला दो काला दो महाकालगा दो सोस्थिया 60 दो सोवत्थिया दो वद्धमाणगा (दो पूससमाणगा दो अंकुसा) दो पलंबा दो निचालोगा दो णिच्चुजोता दो सयंपभा दो श्रोभासा दो सेयंकरा दो खेमंकरा दो श्राभंकरा 70 दो पभंकरा दो अपराजिता दो अरया दो असोगा दो विगतसोगा दो विमला दो वितत्ता दो वितत्था दो विसाला दो साला 80 दो सुव्वता दो अणियट्टा दो एगजडी दो दुजडी दो करकरिगा दो रायग्गला दो पुष्फकेतू दो भावकेऊ ८८||सू० १०॥जंबुद्दीवस्स णं दीवस्स वेइबा दो गाउयाई उद्धं उच्चत्तेणं पन्नत्ता। लवणे णं समुद्दे दो जोयणसयसहस्साई चकवालविक्खंभेणं पन्नत्ते। लवणस्स णं समुदस्स बेतिया दो गाउयाइ उद्धं उच्चत्तेणं पत्नत्ता ।सूत्रं 11 // धायइसंडे दीवे पुर