________________ देविदत्थओ दो सुयणु ! सुवण्णिदा वेणूदेवे य वेणुदाली य / तेसिं भवणवराणं बावत्तरि मो सयसहस्सा // 23 // वाउकुमारिंदाणं वेलब-पभंजणाण दोण्हं पि। तेसिं भवणवराणं छन्नवइमहे सयसहस्सा // 24 // चोवट्ठी' असुराणं, चुलसीई चेव होइ नागाणं / .. बावत्तरी सुवण्णाण, वाउकुमराण छनउई // 25 // दीव-दिसा-उदहीणं विज्जुकुमारिंद-थणिय-मग्गीणं / छण्हं पि. जुवलयाणं छावत्तरि मो सयसहस्सा // 26 // . एक्केक्कम्मि य जुयले नियमा छावत्तरि सयसहस्सा / सुंदरि ! लीलाए ठिए ! ठिईविसेसं निसामेहि // 27 // [भवणवईइंदाणं ठिई आउयं च] चमरस्स सागरोवम सुंदरि ! उक्कोसिया ठिई भणिया। साहीया बोद्धव्वा बलिस्स वइरोयणिदस्स // 28 // जे दाहिणाण इंदा चमरं मोत्तूण सेसया भणिया / पलिओवमं दिवड्डं ठिई उक्कोसिया तेसि // 29 // जे उत्तरेण इंदा बलि पमोत्तूण सेसया भणिया / पलिओवभाइ दोण्णि उ देसूणाई ठिई तेसि // 30 // एसो वि ठिइविसेसो सुंदररूवे ! विसिट्ठरूवाणं / . भोमिजसुरवराणं सुण अणुभागे सुनयराणं // 31 // [भवणवईणं ठाणं, भवणाणं आगारोच्चत्ताइ] जोयणसहस्समेगं ओगाहित्तूण भवण-नगराई। रयणप्पभाइ सब्वे एक्कारस जोयणसहस्से // 32 // 1. चउसट्ठी हं० सा० // 2. सुण अण्णं किंचि सेसं पि // 31 // 20 //