________________ देविदत्थओ 45. पंचग्गमहोसीओ (पंच) + ( अग्ग ) + ( महीसोओ) ] [ (पंच) - ( अग्गमहिसी ) 1/2 ] चमर-बलीणं [ ( चमर ) - ( बलिं) 6/2 ] हंवति ( हव ) व 3/2 अक नायव्वा ( नायव्व ) विधिकृ 1/2 अनि सेसयभवणिदाणं [ (सेसय ) + ( भवण ) + (इंदाणं)] [ (सेस) 'य' स्वार्थिक (भमण)-(इंद) 6/2] छच्चेव [ (छ) + (च) + ( एव ) ] छ (छ) मूलशब्द 1/2 च्च (अ) = पादपूरक एव ( अ ) = इसीप्रकार य ( अ ) = पादपूर्ति अग्गमहिसीओ ( अग्गमहिसी ) 1/2 46. दो ( दो ) 1/2 चेव [ ( च ) + ( एव ) ] च ( अ ) = और एव ( अ ) = इसीप्रकार जंबुदोवे ( जंबुदीव ) 7/1 चत्तारि ( चउ) 1/2 य (अ) = और माणुसुत्तरे ( माणुसुत्तर ) 7/1 सेले (सेल) 7/1 छ (छ) मूलशब्द 1/2 च्चारुणे [ (च)+ (अरुणे)] च्च ( अ ) = और अरुणे (अरुण ) 7/1 समुद्दे ( समुद्द) 7/1 अट्ठ ( अ ) 1/2 य (अ.) = और अरुणम्मि ( अरुण ) 7/1 दीवम्मि ( दीव ) 7/1 47. जन्नामए [ ( ज ) + ( नामए) ] [(ज) - ( नामअ ) 7/1] समुद्दे ( समुद्द ) 7/1 दोवे ( दीव ) 7/1 वा (अ) = पादपूर्ति जम्मि (ज) 7/1 स होंति ( हो) व 3/2 अक आवासा (आवास) 1/2 तन्नामए [(त)+ (नामए)] [(त)(नामअ ) 7/1 ] समुद्दे ( समुई ) 7/1 दोवे ( दीव ) 7/1 वा (अ)- पादपूर्ति तेसि* (त) 6/2 स उप्पाया ( उप्पाय ) 1/2 * यहाँ तेसिं होना चाहिए था। 48. असुराणं ( असुर ) 6/2 नागाणं ( नाग ) 6/2 उदहिकुमाराण ( उदहिकुमार ) 6/2 हुंति (हु ) व 3/2 अक आवासा ( आवास ) 1/2 अरुणवरम्मि ( अरुणवर ) 7/1 समुद्रे ( समुह) 7/1 तत्थेव [ ( तत्थ )+ (एव) ] तत्थ (अ) = वहाँ एव (अ) = ही य (अ) = पादपूर्ति तेसि* (त) 6/2 स उप्पाया (उप्पाय)1/2 * यहाँ तेसिं होना चाहिए था।