________________ 114 न्यायकुमुदचन्द्रे - 19664 विशेषपदार्थ 292 / 1 ] श्रुतज्ञान . . 529 / 22 / विशेषविरुद्धानुमान 296 / 12 | श्रुतमयी 8395 विषमगतयः 867 / 4 श्रुतार्थापत्ति 507712,515 / 15 , विषय 353328 श्रेयःसाधनता 593 / 11. विषयगतदोष 197 / 21 श्रेयःसाधनत्वाख्यधर्म 574 / 4 विषयदोष 196 / 20 श्रेयःसाधनत्वाख्यधर्मावगम 5936 विषयविषयिभाव 29514 श्रोत्र 248 / 26 विषयाकारविवेक 48411 श्रोत्रसंस्कार 71117 विषयान्ध 393325 श्रोत्रस्याप्राप्यकारित्वम् 85 / 16 विषयालोचनसङ्कल्पनाभिमननाद्यनेकस्वभाववत्त्व षट् ( पदार्थ ) 214 / 1 8212 षट्प्रकार ( सन्निकर्ष ) 28/20 विषाददैन्यवीभत्सगौरव-आवरणादि 35121 षडंशापत्ति 233313 वीतराग 318 / 15 संख्या 273 / 12 वृद्धव्यवहार 75738 संज्ञासंज्ञिसम्बन्धप्रतिपत्ति 50002 वेग गुण 275/3,279 / 2 संज्ञासंज्ञिसम्बन्धप्रतिपत्तिफल 49610 वेदना 39017 | संयुक्तविशेषणभाव 463317 वेदाध्ययन .722017 | संयुक्तसंयोगाल्पीयस्त्वलक्षण 776 / 17 वैराग्य 846 / 23 | संयोग 274 / 14, 277 / 12 व्यक्त 353310 संयोगिद्रव्य .80538. व्यतिकर 360 / 14 | संयोगिसमवायिलिङ्ग - 461114 व्यतिरेक 25116 संवादकज्ञान व्यधिकरणासिद्ध 49110 | संशय 337723607,368020 व्यवहार 63338 संशयव्युदास 33742 व्यवहारकाल 253 / 25 | संशयादिदोषोपनिपात 36006 व्याकरणप्रामाण्य 760 / 17 संस्कार 39016 व्यापक 42315 | सकलशून्यता 13118398 / 16 व्यापकानुपलम्भ 91121 260112 व्याप्य 42335 सङ्कलन 4945 व्यामोह 21110 सङ्कत 54742 व्युत्पत्तिनिमित्त 262 | सघात 7401 शक्ति 350 / 14,5068 सदयवहारानुदय 479 / 10,4801 शक्तिसंकरपक्ष ... 847111 सन्तानशब्द 6 / 15,803 / 21 शक्यप्राप्ति 33742 सन्तानोच्छेद 61666 शक्यविवेचन 126 / 1,2 | सपक्षविपक्षव्यवस्था 43805 शब्द 573123 समवायपदार्थ 294116 शब्दनित्यत्व 69851 समवायिद्रव्य 8058 शब्दप्रधान 793317 391116 शब्दभावना 579 / 2 समुद्रांश 364 / 25 शब्दसंस्कार 7117,13 | समुद्रैकदेश 364123 शब्दस्वभावब्रह्मसद्भाव 139 / 19 : सम्पूर्णचेतनालाभ 202 / 18 शब्दाकारानुस्यूत 141018 सम्बन्ध 305 / 10 शब्दात्मक 634110 सम्बन्धसम्बन्ध 432 / 9,10 शब्दानुविद्ध 14018 सर्वग्रहणप्रसङ्ग 230 / 13 शब्दार्थसम्बन्ध 550118 | सर्वधर्मनिरात्मता 13148,10 शरीरपरिमाणत्व 26116 | सर्वात्मविज्ञानाहित 728 / 15 शास्त्रेऽनियतकथायां वा 43818 | सर्वात्मभाषात्मक 214 शुद्धपरिणामसङक्रम 82115 | सर्वज्ञाविनाभत 86 / 22 शुद्धकार्य (नियोग) 58363 | सर्वात्मसम्बन्धिनोऽनुपलम्भस्य 93 / 15; 442110 श्रावणत्व 44011 सविकल्पक 45 / 23,4631 529 / 21,53016 | सत्यदक्षिणविपर्यास 457111 समुदय . श्रुत 7