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________________ 18 5. धर्मोत्तरप्रदीपस्य शब्दसूची। 291 उपायसंपद् 2 गुण 194 उपेक्षणीय 30 गुणवत् 240 उष्णस्पर्श 201 गृहीतग्राहिता ऊर्ध्व 223 ग्राह्य 50, 71 एकसामग्यधीनता 115 ग्राह्यग्राहकभाव 47 एकज्ञानसंसर्गित्व 128 घटाभाव 101 एकलक्षणहेतु 35 चक्षुर्विज्ञान एकात्मविरोध 206 चित्र 102 एकार्थसमवेत 39 चेतना 191 ऐकान्तिक . 98 छाया 115 कल्पना . 42, 45, 47, 158 जगत् कल्पित . .185, 205 जन्मान्तरानुभव * 51 काकदन्तपरीक्षा जन्यजनकभाव 201 कारण 28 जाति 3, 256 कारणानुपलब्धिप्रसङ्ग 137 जात्यादियोजनात्मिका 47 कारणानुपलम्भ 138, 140 जात्याद्यभाव 47 कारणाभाव 126 जात्युत्तर 256 कार्यकारणभाव 108, 203, 246 जिज्ञासा 151 कार्यकारणव्यवहार 28 जीवधर्म कार्यलिङ्ग 132, 186 जीवितेन्द्रिय 191 कार्यहेतु 140 ज्ञात कार्यानुपलब्धि . 127, 128, 137 ज्ञान 27, 50, 57, 64, 82, 102 कार्यानुपलब्धिप्रयोग 128 ज्ञानाकार कार्यानुपलम्भ 135 तथागतत्व कार्याभाव 126 तदुत्पत्ति 168 काल 115 तमस् काव्य 6 तादात्म्य 168 कुर्वद्रूप 126 तादात्म्यतदुत्पत्ति 111 क्षण 28, 73 तादात्म्यविशेष 129 क्षणिकत्व 20, 27, 204, तृष्णा क्रियानिर्भास 19 त्रयी गमक 113 त्रिरूप 113 दुःख गम्यगमकभाव 108 दृश्य 102, 206 गम्यगमकभावप्रसंग 108 दृश्यविकल्प्यकीकरण - 78 गम्यमान .154 दृश्यादृश्यसमुदाय 127 214 - 20 3 247 .100 . गम्य
SR No.004317
Book TitleDharmottar Pradip
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDalsukh Malvania
PublisherKashiprasad Jayswal Anushilan Samstha
Publication Year1956
Total Pages380
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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