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________________ 4. न्यायबिन्दुटीकाया अवतरणसूची / 289 4. न्यायबिन्दुटीकाया अवतरणसूची। "अत्यादयः कान्ताद्यर्थे द्वितीयया” “साधनं कृता" [व्या० महा० 2.1. 33] [वा० 22 18] 38 110 251 50 नाधितत्व 151 5. धर्मोत्तरप्रदीपस्य शब्दसूची / अकस्मात् 87 अन्यथानुपपत्तिलक्षणा 167 अक्षणिकत्व 206 . अन्यथासिद्ध 195 अज्ञान 4 अन्योन्यात्मस्थितिपरिहारलक्षण 99 अतिप्रसङ्ग 242 अन्योपलब्धि अदृश्यानुपलब्धि 149 अन्वय 96, 167, 169 अधिगति . 19 अन्वयवाक्य अधिगतिक्रिया . 85 अपरिणाम 108 अधिगम 88 अपरोक्षताकारि 66 अध्यवसित 40 अपोह अध्यवसीयमान 72 अप्रामाण्य 21 अनियतप्रवृत्तिविषयप्रदर्शकत्व 21 अबाधितत्व अनुपलब्धि 108, 236 अबाधितविषय अनुपलम्भ 109, 126 अभाव 109, 119, 130, 205 147, 165, 232 अभावप्रमाण 108 अनुपसंहार्य 222 अभावव्यवहार अनुभव 65, 72 अभावव्यवहारयोग्यता 122, 126 अनुमान 19, 21, .35, 39, 40, अभिधेयप्रयोजन - 72, 73, 75, 78, 87, 88, अभिन्नदेश 230 107, 151, 183, 186, 221 अभिप्राय अनुमाननिराकृत 185 अभिलाष 28 अनुमानसिद्ध अभेद 208 अनुमितानुमान 148 अभ्रान्त अनुमेय 177 अभ्रान्तत्व अनुवाद अभ्रान्ता अनैकान्तिक 149, 195, 196, 223 अर्थ 50, 97 अन्तर्जल्पाकार 48, 51, 145 अर्थक्रिया 28 अन्धकार 200 अर्थक्रियाकारित्वाभाव 130 अन्यत्व 25 अर्थक्रियाक्षम 187 RWA
SR No.004317
Book TitleDharmottar Pradip
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDalsukh Malvania
PublisherKashiprasad Jayswal Anushilan Samstha
Publication Year1956
Total Pages380
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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