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________________ 282 2. न्यायबिन्दुटीकायाः शब्दसूची। 194 कर्म कारण . मद उष्णस्पर्श 199 गुणिन् एककार्यकारी 58 गोचर एकत्व 207 गौतम 247 एकत्वाभाव ' 163 ग्राह्य 47, 49, 70, 71, 72, 78 एकात्मत्वविरोध 205 ग्राह्याकार एकान्त 195 ग्राह्याकारता ऐकान्तिक 195 चक्षुष 180, 212. 244 चक्षुर्विज्ञान कल्पना 47, 54 चाक्षुष कल्पनापोढ़ . 46 चित्त कल्पनापोढत्व 40, 41 चित्तावस्था कल्पित 205 चैतन्य काकतालीय 31 चैत्त काकदन्तपरीक्षा 14 जनक -212 काचकामलादि 55 जन्म 110, 126, 149, 170 जन्यजनकभाव 82, 200 कारणभेद 163 जलतरङ्गन्याय . 199 कारणविरुद्धोपलब्धि 139 जाति 255 कारणानुपलब्धि 137, 139 जात्युत्तर 256 100, 107, 116 ज्ञान 18, 79, 81, 103, 210 149, 210, 226 ज्ञानप्रतिभास कार्यकारण 238 ज्ञानसंसर्गि 101 कार्यकारणभाव 107, 145, 146, 164 ज्योतिर्ज्ञानोपदेश 245 कार्यकारणभावनिश्चय 164 ज्वरहरतक्षकचूडारत्नालंकारोपदेश 14 कार्यलिङ्गज 185 तदुत्पत्ति . 113, 170 कार्यहेतु 166, 210, 236 तादात्म्य 113, 170, 236, 238 कार्यानुपलब्धि 126, 134, 141 तादात्म्यनिषेध 132 कृतक 158, 159 तिमिर कृतकत्व 242 त्रयीवित् 247 केकायित 193 त्रिरूप 150, 151 152 200 त्रिरूपलिंग 188 क्षणिकत्व 127, 204 त्रिरूपलिङ्गाख्यान 189 गमक 112, 116 त्रैरूप्य 225 गम्य 112 दक्षिणापथ 194 गम्यगमकभाव 111. 112, 113 दन्तवीणा गुण 194 दर्शन .85 255, कार्य क्षण
SR No.004317
Book TitleDharmottar Pradip
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDalsukh Malvania
PublisherKashiprasad Jayswal Anushilan Samstha
Publication Year1956
Total Pages380
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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